सवा दो लाख रुपए की हाई मास्ट सवा दो वर्ष भी नहीं चली।



जावद। ओम प्रकाश कसेरा।
 नगर परिषद ने अपने कार्यकाल समाप्त होने से पूर्व बस स्टैंड पर 52 फीट की ऊंचाई वाली हाई मास्ट लाइट लगवाई जिसकी दूधिया रोशनी से आसपास के क्षेत्र चमकने लगे, मगर जैसे-जैसे दिन निकलते गए पोल खुलती गई, हाई मास्ट बंद होती गई और अब भी बंद है। 

जब बस स्टैंड पर यह लाइट लगाई गई तब इसके स्थान को लेकर लोगों में विरोधाभास उजागर हुआ और दुकानदारों ने इसे शास्त्री सर्कल के अंदर लगाने का सुझाव दिया, मगर नगर परिषद ने इसे नकार दिया। कई लोगों ने इसकी खरीदी पर सवाल उठाएं तो मैंने स्वयं पत्रकार होने के चलते दिनांक 30 जनवरी 2020 को सूचना के अधिकार के तहत हाई मास्ट लाइट के खरीदी की पूर्ण जानकारी मांगी, जिसे देने के लिए 29 फरवरी 2020 बताई गई मगर 5 महीने बीत जाने के बाद भी जानकारी नहीं दी गई।

 स्वयं के द्वारा प्राप्त की गई जानकारी के अनुसार 25 दिसंबर वर्ष 2017 को हाई मास्ट लगवाई गई जिसमें 800 वाट की 8 मेटल लाइट लगी है। जनता के पैसे से लगी यह लाइट कई बार बंद हो चुकी है और कई बार रिपेयर भी हो चुकी है, लॉकडाउन के दौरान भी इसे रिपेयर कराया गया मगर फिर पोल खुल गई और फिर लाइट बंद हो गई।

 हो सकता है सवा दो लाख रुपए इसकी कीमत ही ना हो, अगर इसकी वास्तविक कीमत यह होती तो बार-बार इसे रिपेयर करवाने की आवश्यकता ही नहीं होती।

टिप्पणियाँ

लोकप्रिय पोस्ट