Indian Railway : इस बार बजट में है नीमच - सिंगोली - कोटा रेल लाइन के लिए राशि मिलने की आस

रेलवे ने 6 साल पहले नीमच - सिंगोली - कोटा - नीमच रेल लाइन का सर्वे करीब 7 करोड़ रुपए का व्यय कर पूरा किया। सर्वे रिपोर्ट पहले पश्चिम रेलवे व इसके बाद रेलवे बोर्ड भेज दी। तब से अब तक सर्वे रिपोर्ट पर कोई कार्रवाई स्थानीय जनप्रतिनिधि नहीं करवा पाए।


नीमच। रेलवे ने वर्ष 2017-19 में 7.09 करोड़ रुपए का व्यय कर नीमच - सिंगोली-कोटा - नीमच रेल लाइन का सर्वे कराया था। करीब छह साल बाद भी रेल लाइन का प्रोजेक्ट कागजों के बाहर नहीं आ पा रहा है। रेल लाइन शुरू होने के बाद नीमच से कोटा की वर्तमान दूरी 110 किमी कम हो जाएगी। रेल परियोजना के पूरे होने से मध्यप्रदेश व राजस्थान के 4 जिलों की 6 तहसीलों के 325 से अधिक गांव के लोगों को सीधा लाभ मिलेगा। वहीं बेहतर शिक्षा के लिए कोटा जाने वाले मंदसौर व नीमच के विद्यार्थियों की राह आसान हो जाएगी।
2014 में पहली बार दी थी राशि

2014 में पहली बार दी थी राशि
रेलवे बोर्ड ने 2014 के बजट में नई रेल लाइन सर्वे को मंजूरी देकर टोकन बजट स्वीकृत किया था। इसके बाद तीन साल तक इस मामले में कुछ नहीं हुआ। 2017 - 18 में सर्वे कार्य की शुरूआत की गई। इसमें भी दो साल लगाए। करीब 7 करोड़ से अधिक का व्यय कर दिया।

ऐसे समझे इसको
- 2014 के बजट में मिली थी योजना की मंजूरी।
- छह साल में रेलवे ने सर्वे पूरा किया।
- वर्तमान में नीमच से कोटा ट्रेन से 227 किमी दूर है।
- 84 किमी लगभग मध्यप्रदेश के हिस्से में रेल लाइन।
- 56 किमी लगभग राजस्थान के हिस्से में रेल लाइन।

ये होगा इससे लाभ:
वर्तमान में नीमच से कोटा जाने वाली सभी ट्रेन नीमच से चित्तौडगढ़़ होकर 227 किमी का चक्कर लगाकर कोटा तक जाती है। नई लाइन से सीधे सिंगोली होकर कोटा तक जाने लगेगी। इससे रेलवे को चंदेरिया-नीमच-रतलाम सेक्शन पर यातायात का दबाव कम होगा। इतना ही नहीं, माल लदान और रेलवे की आय में बढ़ोतरी होगी। नई रेल लाइन होने से यात्री भी अधिक मिलेंगे। इसके अलावा 110 किमी की दूरी घटने से इंदौर - रतलाम - नीमच होकर दिल्ली तक नई ट्रेन चलाने में रेलवे को आसानी होगी।


तब सांसद ने भेजा था प्रस्ताव:
- रेल संघर्ष समिति ने 7 दिसंबर 2010 को नीमच - सिंगोली-कोटा रेल लाइन बिछाने का प्रस्ताव तत्कालीन सांसद मीनाक्षी नटराजन को दिया।
- 14 दिसंबर 2011 को सांसद नटराजन ने प्रस्ताव बनाकर रेल मंत्रालय को भेजा।
- 24 फरवरी 2012 को रेल राज्य मंत्री केएच मुनियमा ने रेलवे को कार्रवाई करने को कहा।
- 4 मार्च 2013 को ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रेलवे बोर्ड के चेयरमैन विनय मित्तल को इसके समर्थन में पत्र लिखा।
भरोसा मिला है


संसदीय क्षेत्र में रेलवे के सभी अधूरे प्रस्ताव के मामले में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात की है। इसमें नीमच - सिंगोली - कोटा - नीमच रेल मार्ग प्रोजेक्ट भी शामिल है। रेल मंत्री इस परियोजना के लिए गंभीर है। उन्होंने राशि मंजूर कर योजना को शुरू कराने का भरोसा दिया है।
- सुधीर गुप्ता, सांसद, नीमच

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