बड़ी सादड़ी नीमच रेल लाइन का विस्तार जावद तक किया जाए।
इब्राहिम बोहरा। नीमच। रतलाम रेल मंडल के अंतर्गत आने वाले नीमच - बड़ी सादड़ी रेल लाइन की मंजूरी 2017 में रेलवे ने की थी। इस परियोजना के अंतर्गत अभी भूमि अधिग्रहण का कार्य जारी है जिसका सर्वे भारत के राजपत्र में प्रकाशित हो चुका है। यह रेल लाइन 48 किमी लंबी है जिसमें मप्र का हिस्सा मात्र 9 किमी और शेष हिस्सा राजस्थान में आना है। इस मार्ग की कुल लागत 474 करोड़ है यानी की लगभग 10 करोड़ प्रति किलोमीटर जिसमें से इस परियोजना के लिए पिछले बजट सत्र में 150 करोड़ की राशि प्रदान की गई है। इसके साथ है ये भी जान ले की ये परियोजना केंद्र सरकार की फास्ट्रैक योजनाओं में भी सम्मिलित है। अब मुद्दे की बात ये है की मध्य प्रदेश की आखरी विधानसभा सीट यानी कि जावद विधानसभा आज़ादी के बाद से ही लगातार भेदभाव का शिकार बनती आई है। चाहे वो केंद्र सरकार की परियोजना हो या राज्य सरकार की, जावद की झोली में कभी कुछ नहीं आता। विडंबना तो ये है कि जावद विधानसभा ने मध्य प्रदेश को एक मुख्यमंत्री और कई बार कैबिनेट मंत्री भी दिए है किंतु फिर भी जावद वही का वही है। और मैं ये शब्द बेवजह नहीं लिख रहा हूं बल्कि इसके