होली मनाने गए मजदूर, सड़क पर उड़ रहे हैं धूल के गुबार

 

होली मनाने गए मजदूर, सड़क पर उड़ रहे हैं धूल के गुबार


ओमप्रकाश कसेरा

जावद भादवा माता से चडोल सड़क निर्माण कार्य करवाने वाली कंपनी के अधिकारी की लापरवाही देखिए पिछले 10 दिनों से अठाना दरवाजा बाहर मुख्य चौराहे के पास मिट्टी का ढेर दिखाई दे रहा है जिससे बावल दरवाजा एवं रामपुरा दरवाजा बाहर मुख्य चौराहे से होते हुए गांधी चौराहे तक दिन भर धूल के गुबार उड़ रहे हैं सड़क पर जगह-जगह मिट्टी होने से वाहनों के आवागमन से बहुत अधिक मात्रा में धूल उड़ रही है, और सड़क निर्माण कंपनी के जिम्मेदार कह रहे हैं मजदूर होली मनाने गए हैं इसलिए सड़क का निर्माण कार्य बंद होने से धूल उड़ रही है, मजदूरों के आने पर निर्माण कार्य फिर से प्रारंभ होगा,


केंद्रीय सड़क योजना सी,आर,आई,एफ, अंतर्गत प्रदेश सरकार के प्रयास से मध्य प्रदेश लोक निर्माण विभाग द्वारा सड़क निर्माण कार्य को लेकर विकास की नई एक इबारत लिखी जा रही है, जिससे नगर वासियों को अठाना दरवाजा के मुख्य चौराहे से बावल दरवाजा एवं रामपुरा दरवाजा के मुख्य चौराहा से होते हुए गांधी चौराहा पहुंचने के लिए एक शानदार सीसी सड़क की सौगात प्राप्त होगी जिसका निर्माण कार्य फिलहाल जारी है

जबकि गांधी चौराहा से लगाकर रामपुरा दरवाजा बाहर एवं बावल दरवाजा बाहर से से होते हुए अठाना दरवाजा के पास मुख्य चौराहे तक सड़क निर्माण कार्य बंद होने से धूल के गुबार उड़ रहे हैं जिससे दुकानदार और राहगीर सहित आमजन परेशान है,


65 करोड रुपए की लागत से भादवा माता से गांव चडोल तक लगभग 50 किलोमीटर की दूरी पर सीसी सड़क निर्माण कार्य पिछले डेढ़ वर्ष से जारी है, यह निर्माण अगस्त 2024 में पूरा होना था परंतु बारिश के पश्चात दीपावली के कारण सड़क निर्माण कार्य बंद रहा और करीब 3 महीने से निर्माण कार्य प्रगति पर है, इस कार्य के दौरान डामरीकृत सड़क मार्ग 36.045 किलोमीटर, सीमेंट कंक्रीट मार्ग 13.815 किलोमीटर, पक्की नाली की लंबाई 9.896 किलोमीटर, रिटेनिंग वॉल की लंबाई 1.26 किलोमीटर, एवं 111 छोटी बड़ी पुलिया जिसमें तीन स्पान माइनर ब्रिज 6 मीटर तीन नग, एक स्पान माइनर ब्रिज 4 मीटर 8 नग, एक स्पान माइनर ब्रिज 6 मीटर 3 नग, स्पान माइनर ब्रिज 6 मीटर 5 नग, का निर्माण होना है,


नाला निर्माण को लेकर उठाए सवाल, रामपुरा दरवाजा एवं बावल

दरवाजा से अठाना दरवाजा तक निर्माण घीन मुख्य सड़क के दोनों और किए जा रहे नाला निर्माण को लेकर बावल दरवाजा से अठाना दरवाजा तक के किसानों ने सवाल उठाते हुए बताया कि नाले की ऊंचाई लोगों के घरों से अधिक है ऐसे में बारिश का पानी नाले के अंदर होकर किस प्रकार निकलेगा नाले की ऊंचाई अधिक होने से आम नागरिकों के घरों के बाहर बारिश का पानी भरा रहने की संभावना है, जिससे बारिश के दिनों में परेशानी होगी नाला निर्माण के साथ ही गांधी चौराहा से रामपुरा दरवाजा के मुख्य चौराहा तक सड़क निर्माण के एक और 5:30 मीटर सीसी सड़क, वही दूसरी ओर इसी प्रकार 5.30 मीटर सीसी सड़क एवं बीच में एक मीटर चौड़ाई से डिवाइड का निर्माण होगा, एवं दोनों और ढाई मीटर शोल्डर यानी कच्ची सड़क का निर्माण किया जाएगा जिससे बारिश एवं अन्य दिनों में वाहनों की आवाज ही के दौरान वाहन चालक को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो एवं सड़क का रखरखाव ठीक प्रकार से रहे इसी को ध्यान में रखकर मुख्य सड़क के दोनों और मिट्टी एवं गिट्टी से सोल्डर का निर्माण किया जाता है,


पीडब्ल्यूडी विभाग के एसडीओ नीरज अमलावार को इस संबंध में अवगत कराया गया

की अठाना दरवाजा बाहर मुख्य चौराहे के पास पिछले 10 दिनों से मिट्टी का ढेर लगा हुआ है मुख्य सड़क पर मिट्टी होने से रामपुरा दरवाजा के मुख्य चौराहे से लगाकर गांधी चौराहे तक धूल के गुबार उड़ रहे हैं जिससे आम नागरिकों को परेशानी हो रही है,

पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी ने कहा वह ठेकेदार के सुपरवाइजर से चर्चा कर मुख्य सड़क के पास से मिट्टी का ढेर हटवा देंगे और सड़क पर सफाई करवाई जाएगी,


अहम सवाल यह है

अठाना दरवाजा बाहर मुख्य सड़क के पास सड़क निर्माण कंपनी द्वारा लगभग 28 फरवरी को नाले का निर्माण कार्य करवाया गया इसी दौरान जेसीबी मशीन के माध्यम से नाले की खुदाई की गई, और उस समय मजदूर यहीं पर थे, फिर पिछले 10 दिनों से मिट्टी का ढेर क्यों दिखाई दे रहा है, सड़क पर जगह-जगह मिट्टी की सफाई क्यों नहीं की गई,

कल गुरुवार को होलिका दहन होगा, अगर एक सप्ताह मजदूर नहीं आएंगे तो क्या धूल के गुबार उड़ाते रहेंगे,

अगर धूल उड़ती रहेगी तो पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी और सड़क निर्माण कार्य से संबंधित जिम्मेदार क्या कर रहे हैं,

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