ह्यूमन राइट्स प्रोटेक्शन सेल (एचआरपीसी) एक परिचय
संस्था का परिचय
ह्यूमन राइट्स प्रोटेक्शन सेल (एचआरपीसी) एक गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) है। यह संगठन ट्रस्ट एक्ट 1882, एनजीओ काउंसिल ऑफ इंडिया (एनसीआई), नीति आयोग, भारत सरकार (एनजीओ दर्पण), और आयकर विभाग की 12A/80G धाराओं में पंजीकृत है। एचआरपीसी का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है। संगठन के कार्यालय भारत के प्रत्येक ब्लॉक, जिला, संभाग, और प्रदेश में स्थापित हैं।
वर्तमान में, एचआरपीसी की नेशनल चेयरपर्सन डॉ. ज्योति जोंगलुजू हैं। वे सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया की एक प्रसिद्ध अधिवक्ता, विधि में पीएचडी, मानवाधिकार कार्यकर्ता, इंडिया इंस्पिरेशनल वीमेन अवार्ड विजेता और स्वर्ण पदक विजेता हैं। डॉ. ज्योति जोंगलुजू को भारत सहित विश्व में ‘द लीगल लेडी’ के नाम से भी जाना जाता है।
संस्था के कार्य
एचआरपीसी निम्नलिखित कार्यों के लिए प्रतिबद्ध है:
1. मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का संरक्षण और उन्हें प्रशिक्षण प्रदान करना।
2. मानवाधिकारों का प्रचार-प्रसार करना और नागरिकों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना।
3. शिकायतों के आधार पर शासकीय कार्यालयों और विभागों की अनियमितताओं की रिपोर्ट शासन को प्रस्तुत करना।
4. आवश्यकता होने पर शासकीय कार्यालयों का निरीक्षण और मानवाधिकार जागरूकता शिविर आयोजित करना।
5. भारतीय मानवाधिकार संरक्षण अधिनियम 1993 और यूनिवर्सल डिक्लेरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स (यूडीएचआर) 1948 के तहत कार्य करना।
संगठन का फोकस क्षेत्र:
- ग्राम पंचायतों, नगर पंचायतों, स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता शिविर।
- लोक अदालतों में भाग लेकर पीड़ितों को कानूनी सहायता।
- महिलाओं और बच्चों के अधिकारों के प्रति जागरूकता।
- बंधुआ मजदूरी, बाल विवाह, दहेज प्रथा, महिला उत्पीड़न, जाति भेदभाव, और भ्रष्टाचार पर रोकथाम।
- नागरिकों को शिक्षा और उनके अधिकारों के प्रति प्रेरित करना।
- प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित कर मानवाधिकार जागरूकता बढ़ाना।
कार्य प्रणाली
संगठन संवैधानिक ढांचे के तहत कार्य करता है। इसके लिए निम्न माध्यम अपनाए जाते हैं:
- न्यायालयों के माध्यम से।
- जनहित याचिकाओं के माध्यम से।
- मानवाधिकार आयोग, महिला आयोग, और बाल संरक्षण आयोग के सहयोग से।
- लोक अदालतों के जरिए।
टीम संरचना:
एचआरपीसी के पास पूरे भारत में प्रशिक्षित वकीलों, पत्रकारों, कर्मचारियों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की एक संगठित टीम है। प्रत्येक ब्लॉक, जिला, और प्रदेश में प्रशिक्षित मानवाधिकार कार्यकर्ता उपलब्ध हैं, जो पीड़ितों की सहायता के लिए तत्पर रहते हैं।
संस्था की उपलब्धियां
1. मानव तस्करी और बाल तस्करी:
- एचआरपीसी ने कई बच्चों और नागरिकों को मानव तस्करी से मुक्त कराया है।
2. जनहित याचिकाएं:
- उच्च न्यायालय और सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिकाएं दायर की गईं।
- कई मामलों में सीबीआई और सीआईडी जांच की मांग की गई।
3. पीड़ितों को न्याय:
- मानवाधिकार आयोग, महिला आयोग और बाल संरक्षण आयोग के माध्यम से हजारों पीड़ितों को न्याय दिलाया गया।
4. प्रसिद्ध व्यक्तित्वों का सहयोग:
- संस्था के साथ कई पद्मश्री पुरस्कार विजेता, प्रशासनिक कर्मचारी, वकील, पत्रकार, और मानवाधिकार कार्यकर्ता जुड़े हुए हैं।
सदस्यता प्रक्रिया
कोई भी शिक्षित भारतीय नागरिक, पत्रकार, अधिवक्ता, शासकीय या सेवानिवृत्त कर्मचारी, या विद्वान व्यक्ति एचआरपीसी से जुड़ सकते हैं। इसके माध्यम से वे पीड़ितों की सहायता कर सकते हैं और मानवाधिकार क्षेत्र में योगदान दे सकते हैं।
संपर्क जानकारी
वेबसाइट: http://www.hrpcindia.org
व्हाट्सएप हेल्पलाइन:
+91 9205109288
कालिंग हेल्पलाइन:
+91 8929351135
मीडिया पंकज कुमार गुप्ता जालौन उत्तर प्रदेश