बच्चों ने कहा स्कूल में भूत है, प्रिंसिपल ने कहा यह बच्चों का वहम है,

 

बच्चों ने कहा स्कूल में भूत है, प्रिंसिपल ने कहा यह बच्चों का वहम है,


ओम प्रकाश बसेरा

जावद स्कूल में पढ़ने वाली बालिकाओं का कहना है कि स्कूल के वॉशरूम में उन्हें भूत जैसै किसी महिला की आकृति दिखाई दी और डर के कारण उन्होंने स्कूल जाना बंद कर दिया, स्कूल टीचर और प्रिंसिपल ने कहा यह बच्चों का वहम है,


प्रदेश सरकार एवं क्षेत्रीय विधायक ओमप्रकाश सकलेचा के प्रयास से

स्थानीय बस स्टैंड के पास लगभग 33 करोड रुपए की लागत से सीएम राइज स्कूल का निर्माण करवाया गया जिसमें 98 कमरे एवं 4 बड़े हाल सहित सभी प्रकार के निर्माण कार्य लगभग पूरे हो चुके हैं,

परंतु स्कूल का विधिवत लोकार्पण फिलहाल नहीं हुआ एवं पुराने स्कूल भवन में बच्चों को बिठाने के लिए पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने के कारण वैकल्पिक रूप से नए स्कूल भवन में बच्चों को बिठाकर पढ़ाई करवाई जा रही है,

इस शानदार स्कूल भवन के खुशनुमा माहौल में करीब पिछले 4 महीने से बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं,

जहां पर कक्षा एक से कक्षा 12वीं तक 500 से अधिक छात्र-छात्राओं द्वारा पढ़ाई व्यवस्था को लेकर किसी प्रकार की शिकायत किए जाने की जानकारी फिलहाल सामने नहीं आई है, जहां पर लगभग 40 शिक्षक शिक्षिकाओं द्वारा बेहतर तरीके से समय-समय पर पढ़ाई करवाई जा रही है, और स्कूल में पढ़ाई करने वाली बालिकाओं द्वारा बताया जा रहा है कि उन्हें स्कूल के वॉशरूम में भूत जैसे प्रेत आत्मा की आकृति दिखाई दी है

जिससे डर के कारण उन्होंने स्कूल जाना बंद कर दिया,


जानकारी देने वाली बालिकाओं के नाम इस प्रकार है,

नंबर एक,शानू पिता घनश्याम मालवीय उम्र लगभग 15 वर्ष कक्षा दसवीं निवास आदर्श मोहल्ला, इन्होंने शनिवार को वॉशरूम में भूत जैसी आकृति दिखाई देने की जानकारी दी,

नंबर 2-वंदना पिता जसवंत दमामी उम्र लगभग 15 वर्ष कक्षा आठवीं निवासी आदर्श मोहल्ला इन्होंने शुक्रवार को वॉशरूम में भूत जैसी आकृति दिखाई देने की जानकारी दी,

नंबर 3-भावना पिता रामकिशन मालवीय उम्र लगभग 15 वर्ष कक्षा 12वीं निवासी आदर्श मोहल्ला इन्होंने शुक्रवार को वॉशरूम में भूत जैसी आकृति दिखाई देने की जानकारी दी,

नंबर 4-पायल पिता सुनील दमामी निवासी आदर्श मोहल्ला उम्र लगभग 12 वर्ष कक्षा 5 इन्होंने गुरुवार को वॉशरूम में भूत जैसी आकृति दिखाई देने की जानकारी दी, इन बालिकाओं का कहना है की खोर दरवाजा बाहर स्थित मोतीपुरा निवासी एक लड़के को भी इस प्रकार भूत जैसी आकृति दिखाई दी थी परंतु लड़के से हमारे संवाददाता का संपर्क नहीं हुआ


बालिकाओं ने यह बताया

कि वह जब दोपहर 12 एवं 2 बजे नए स्कूल भवन के वॉशरूम (सुविधा घर) में पहुंची तो उन्हें वॉशरूम के अंदर ऊपर छत की ओर लाल साड़ी पहने एवं माथे पर बड़ी बिंदी लगाए हुए एक महिला की आकृति दिखाई दी इनमें 2 बालिकाओं का कहना है कि उन्हें महिला की आकृति ने कहा आप यहीं रुक जाओ, जबकि 2 बालिकाओं का कहना है जब हम वॉशरूम में थे तो अपने आप वॉशरूम के दरवाजे बंद होकर वापस खुल गए, और वॉशरूम की लाइट अपने आप बंद होने लगी और फिर चालू हो गई, इससे हम डर कर सभी बालिकाएं बाहर आ गई और इसकी जानकारी क्लास टीचर को दी गई, और हमने फिलहाल स्कूल जाना बंद कर दिया है यह जानकारी बालिकाओं द्वारा अपने परिजनों के सामने आदर्श मोहल्ले में बताई गई पिछले दो दिनों से इसकी जानकारी बताई जा रही थी, परंतु एकाएक इस जानकारी पर विश्वास नहीं हुआ की आधुनिक सोशल मीडिया के युग में ऐसा कैसे हो सकता है, और कल रविवार को इस मामले की पूरी जानकारी प्राप्त की गई,


भूत जैसी आकृति स्कूल में होने की हम पुष्टि नहीं करते हैं, हमारा समाचार बालिकाओं द्वारा अपने परिजनों के समक्ष दी गई जानकारी के आधार पर है, स्कूल भवन के वॉशरूम में भूत जैसी आकृति होने कि हम पुष्टि नहीं करते हैं, परंतु जानकारी में यह भी आया है कि जब स्कूल का निर्माण हो रहा था उस समय यहां पर कार्य करने वाले एक कारीगर जो रतलाम के निवासी थे उन्होंने भी इस प्रकार की आकृति दिखाई देने की पुष्टि की थी, मामला जो भी हो स्कूल प्रशासन को चाहिए कि वह बच्चों के वहम को दूर करें जिससे बच्चों में किसी प्रकार का डर नहीं रहे, वॉशरूम में जाते वक्त बच्चों के साथ क्लास टीचर उपस्थित रहे, जिससे बच्चों में विश्वास बना रहे,


प्रिंसिपल बालकृष्ण कुमावत से इस संबंध में चर्चा की गई, उन्होंने कहा यह बच्चों का वहम है, बच्चों को किसी प्रकार का डर है या भय है,तो वह सीधे मुझे जाकर कार्यालय में संपर्क करें, स्कूल परिसर में निर्माण कार्य चल रहा है इसलिए बच्चों ने कार्य करने वाले कर्मचारियों को देखा होगा, अन्यथा हम पूरे स्कूल परिसर में पहुंचकर प्रत्येक मामले की जानकारी प्राप्त करते हैं, बच्चे किसी प्रकार का भय नहीं रखें,


क्लास टीचर ममता औरा, से इस संबंध में जानकारी प्राप्त की गई

उन्होंने कहा कुछ बालिकाओं द्वारा शुक्रवार शनिवार को उन्हें इस प्रकार की जानकारी दी गई थी,

परंतु मैं यह स्पष्ट करना चाहती हूं स्कूल भवन में निर्माण कार्य चल रहा है इसलिए लाइट ट्रिपिंग होती रहती है, और बच्चों को लाने ले जाने की जो बस है उस पर कंडक्टर का कार्य करने वाली महिलाएं लाल साड़ी पहनती है, बालिकाओं ने इन्हें देख लिया होगा, फिर भी हमारे द्वारा बालिकाओं का पूरा ख्याल रखा जाता है और आगे भी रखा जाएगा,

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