नई दिल्ली - विकसित भारत 2047 एक अंतर्विषयक दृष्टिकोण पर अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन होगा।

सीकेएनकेएच हिंदी साहित्य समिति द्वारा आयोजित एक भव्य समारोह में 16 दिसंबर 2024 को अंतर्राष्ट्रीय सेमिनार और हिंदी साहित्य रत्न पुरस्कार - 2024 का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर सीकेएनकेएच हिंदी साहित्य समिति की अध्यक्षा डॉ. नम्रता जैन ने कहा, हिंदी साहित्य का महत्व हमारी संस्कृति और पहचान को बनाए रखने में है। हमें हिंदी साहित्य को बढ़ावा देने और इसके प्रति युवाओं को जागरूक करने की आवश्यकता है। डॉ. मुक्ता गोयल, महासचिव, सीकेएनकेएच हिंदी साहित्य समिति ने कहा, यह सेमिनार और पुरस्कार समारोह हिंदी साहित्य के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। हमें हिंदी साहित्य को वैश्विक स्तर पर प्रमोट करने के लिए काम करना होगा। इस सेमिनार का विषय विकसित भारत 2047 एक अंतर्विषयक दृष्टिकोण होगा, जिसमें देश के विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ भाग लेंगे। सेमिनार में विकसित भारत के विजन 2047 पर चर्चा की जाएगी और इसके लिए आवश्यक कदमों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। इस अवसर पर हिंदी साहित्य रत्न पुरस्कार का प्रदान किया जाएगा, जो हिंदी साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए दिया जाता है। इस वर्ष के पुरस्कार के विजेताओं की घोषणा की जाएगी और उन्हें सम्मानित किया जाएगा। इस समारोह में हिंदी साहित्य के प्रति समर्पित व्यक्तियों और संस्थाओं को सम्मानित किया जाएगा और हिंदी साहित्य के क्षेत्र में उनके योगदान की सराहना की जाएगी।

मीडिया पंकज कुमार गुप्ता जालौन उत्तर प्रदेश 

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