(देवभूमि से भरत सिंह रावत)
ऋषिकेश, आखिरकार तीर्थ नगरी योगनगरी ऋषिकेश में लिफ्ट देकर लोगों को ठगी का शिकार बनाने वाले गिरोह के तीन सदस्य गिरफ्तार ।
जिनके कब्जे से पुलिस ने बड़ी मात्रा में कैश और सोने की चेन इत्यादि बरामद की है. पुलिस ने ठगी में इस्तेमाल कार को भी सीज कर दिया है. खास बात ये है कि ये लोग स्थानीय पहाड़ी बोली गढ़वाली बोलकर भोले-भाले लोगों को अपने कार में बैठाते थे, फिर बड़े शातिर तरीके से रास्ते में उनका सामान बदल देते थे. इसके बाद कुछ दूर जाकर बहाना बनाकर उन्हें गाड़ी से उतार देते थे ।
एसएसपी देहरादून अजय सिंह ने बताया कि ऋषिकेश में लिफ्ट देकर वाहन में ठगी करने की दो घटनाएं सामने आई थी, इस मामले में खिलानंद नौटियाल और चेतूराम ने पुलिस में तहरीर दी थी. दोनों घटनाओं में सोने की चेन और 61 हजार रुपए नकद की ठगी हुई थी. पीड़ितों की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर ठगों की गिरफ्तारी के प्रयास शुरू किए. जिसके बाद कोतवाल राजेंद्र सिंह खोलिया और एसओजी प्रभारी शंकर सिंह बिष्ट की टीम ने खांड गांव के पास से तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.
लिफ्ट देकर ठगी करने वाले आरोपियों के नाम-
अब्दुल मलिक, निवासी- दिल्ली
मोहम्मद कासिफ, निवासी- दिल्ली
जगत सिंह, निवासी- चमोली, उत्तराखंड
पूछताछ में पता चला कि जगत सिंह पहले भी डोईवाला और नेहरू कॉलोनी थाने से इसी प्रकार के मामले में जेल की हवा खा चुका है, तीनों आरोपी बस अड्डे में पहाड़ जाने वाले भोले भाले सीधे यात्रियों को अपनी ठगी का शिकार बनाते थे, इसमें मुख्य रूप से जगत सिंह जो की चमोली का रहने वाला है स्थानीय बोली गढ़वाली बोलकर लोगों को अपने जाल में फंसाता था, फिर अन्य दोनों साथी उन्हें कार में बैठा लेते थे.
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