100 दिन की ड्यूटी और मिला सिर्फ आश्वासन।

 जावद। ओम प्रकाश कसेरा।
 नगर में लॉकडाउन के दौरान पुलिस कर्मियों के साथ एवं जगह-जगह बने कंटेंटमेंट एरिया पर नगर सुरक्षा समिति के करीब 85 स्थानीय युवकों ने दिन रात अलग-अलग पारी में अपनी सेवाएं देते हुए ड्यूटी निभाई, जबकि इनमें से कुछ युवा ऐसे हैं जिन्होंने अपना निजी कार्य छोड़कर पुलिस का सहयोग किया, इस उम्मीद से कि जिला प्रशासन इन्हें पारितोषिक के रूप में वेतन का सहयोग करेगा। 

अब नगर में लगभग सभी कंटेनमेंट एरिया खुल चुके हैं, प्रशासनिक अधिकारियों ने नगर सुरक्षा समिति के सदस्यों का मालाओं से सम्मान जरूर किया मगर महंगाई के इस दौर में सिर्फ सम्मान से कुछ होने वाला नहीं है, जिला प्रशासन को इन्हें आर्थिक रूप से सहयोग करना चाहिए।

नगर सुरक्षा समिति के अध्यक्ष ने तो इनकी मांगो का आवेदन सत्ता पक्ष के नेताओं को दिया, मगर वहां से सहयोग तो क्या आश्वासन भी नहीं मिला, अब इन्हें उम्मीद है कि प्रशासन ही हमारी सुनेगा क्योंकि जब जब पुलिस प्रशासन को इनकी आवश्यकता होती है इनसे सहयोग लिया जाता है और समिति के सदस्य भी पुलिस का सहयोग करते हैं, मगर वे इस बार अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं क्योंकि पुलिस प्रशासन ने इन्हें सिर्फ सैनिटाइजर ही उपलब्ध करवाया है।

 सहयोग चाहे न्यूनतम हो या अधिकतम कहीं से भी किसी प्रकार का सहयोग इन्हें नहीं मिला, प्रशासन की बेरुखी से समिति के सदस्यों में नाराजगी है, इन्होंने जिला प्रशासन से मांग की है कि पारितोषिक के रूप में इनकी मदद की जाए। 

समिति के अध्यक्ष ने बताया है कि मैं इनके साथ हूं और जिला प्रशासन के समक्ष इनके सहयोग के लिए एक बार और जिले के अधिकारियों को इनकी मांगों से अवगत करवाकर आवेदन पत्र दिया जाएगा।

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