10 अप्रैल 2025 – सीकेएनकेएच हिंदी साहित्य समिति की प्रेसिडेंट डॉ. नम्रता जैन (शोध विशेषज्ञ, शिक्षाविद, दोहरी पीएचडी धारक, लेखक, संपादक, वक्ता, शोध मार्गदर्शक, प्रकाशक एवं सामाजिक कार्यकर्ता) के नेतृत्व में "UGC-CARE सूची के बाद भारतीय शोध प्रकाशन का परिदृश्य एवं शोध प्रविधियों के विविध आयाम" विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित की जा रही है।
यह संगोष्ठी शोध प्रकाशन की गुणवत्ता, प्लेगरिज्म, डिजिटल युग में अनुसंधान, AI तकनीकों और नैतिकता जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर केंद्रित होगी। विशेषज्ञों का मानना है कि UGC-CARE सूची में संभावित बदलाव या इसके बंद होने से भारतीय शोध प्रकाशन प्रणाली पर व्यापक प्रभाव पड़ेगा। यह सेमिनार 10 अप्रैल 2025 को ऑनलाइन होगा, जिसमें प्रस्तुत शोध पत्रों को ISBN युक्त पुस्तक में प्रकाशित किया जाएगा। शोधार्थी एवं शिक्षाविद 3 मार्च 2025 तक अपने आलेख भेज सकते हैं।
संवाददाता पंकज कुमार गुप्ता जालौन उत्तर प्रदेश