🌺🌺।।अयोध्या नगरी की प्राचीनता।।🌺🌺
1) महाभारत शांति पर्व 339/85 के अनुसार त्रेता और द्वापर की संधि में रामावतार सिद्ध होता है
2) वायु पुराण98/72 हरिवंश पुराण 4/41और ब्रह्मांड पुराण 104/11के अनुसार सातवें मन्वंतर के 24 वे त्रेता में श्रीरामअवतार सिद्ध होता है
3) श्रीमद् वाल्मीकि रामायण के अनुसार भगवान श्रीराम ने 11000 वर्षों तक राज्य किया(1/1/97)
इस दृष्टि से ईसवी सन् 1993 तक श्री राम अवतार की एक करोड़ 81 लाख 60 हजार 94 वर्ष होते
कल्प भेद से 28 में त्रेता और द्वापर की संधि में श्री रामावतार मानने पर और श्री राम राज्य पर्यंत त्रेता की स्थिति मानने पर 880094 वर्ष श्री राम जन्म के सिद्ध होते हैं।
भगवत्पाद आदि शंकराचार्य ने मनु पुत्र इक्ष्वाकु को आदि राजा कहां है
(गीताभाष्य 4/1)
महर्षि वाल्मीकि ने अयोध्या को आदि राजा इक्ष्वाकु की राजधानी माना है
(वाल्मीकि रामायण-1/70/21)
इस प्रकार विश्व की प्रथम राजधानी अयोध्या है ब्रह्मलोक की गणना के अनुसार ब्रह्मा जी की आयु 100 वर्ष है।
मानवीय गणना के अनुसार
इस प्रकार श्री अयोध्या को ब्रह्मा जी की पूर्ण आयु में साढे तीन करोड़ से अधिक बार श्री राम जन्मभूमि होने का सौभाग्य प्राप्त है
(राम भक्ति अंक कल्याण)