50 लाख रुपए की सड़को पर 50 दिन में हो गए गड्ढे
ओमप्रकाश कसेरा
जावद मुख्यमंत्री अधोसरचना के अंतर्गत नगर परिषद द्वारा 50 लाख रुपए की लागत से नगर के विभिन्न मोहल्ले में सीसी सड़कों का निर्माण कार्य करवाया गया, और सभी सड़कों पर 50 दिन में गड्ढे हो गए,
मुख्यमंत्री अघो संरचना के अंतर्गत पिछले वर्ष 12 अक्टूबर को नवरात्रि प्रारंभ होने से एक या दो दिन पूर्व स्थानीय धान मंडी स्थित भंवरिया गली से सिपानी की हवेली के सामने से होते हुए आबा साहब की घाटी के सामने तक सीसी सड़क का निर्माण कार्य प्रारंभ किया गया, दीपावली का त्यौहार नजदीक होने के कारण सीसी सड़क का निर्माण कार्य उस समय रोक दिया गया था इसके बाद शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के सामने रविंद्र नाथ टैगोर गली, तकिया चौक, कुम्हार गली, बाबा रामदेव मार्ग, रामपुरा दरवाजा के पास
बैंगनपुरा, एवं बैंगनपुरा से सर्राफा बाजार, की ओर जाने वाली गली, बैंगनपुरा से तकिया चौक की ओर जाने वाली गली, एवं बेगनपुरा से रामदेव मार्ग की ओर जाने वाली गली सहित कुछ छोटी छोटी गलियों में करीब 2 महीने पूर्व सीसी सड़क का निर्माण कार्य जोर-जोर से करवाया गया, जिससे गली मोहल्ले मैं निवास करने वाले रह वासियों को ऐसा लग रहा था की उनके घरों के बाहर सीसी सड़क निर्माण कार्य प्रारंभ होने से अब अच्छे दिन आ गए हैं और उन्हें गड्ढे दिखाई नहीं देंगे,
50 दिन में हो गए गड्ढे
रामपुरा दरवाजा के पास, तकिया चौक, रामद्वारा के सामने, कुम्हार गली, बैंगनपुरा सारस्वत पंचायत भवन के पास, बैंगनपुरा से सराफा बाजार की ओर जाने वाली गली, यात्री प्रतीक्षालय के पीछे रामदेव मार्ग से पहले पुलिया के पास, सहित कुछ छोटी-छोटी गलियों में सीसी सड़क के ऊपर से सीमेंट निकल कर गिट्टी निकलती हुई, दिखाई दे रही है वहीं धान मंडी से भंवरिया गली, एवं शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के सामने रविंद्र नाथ टैगोर गली, यात्री प्रतीक्षालय के पीछे से रामपुरा दरवाजा के मुख्य चौराहा तक सीसी सड़क फिलहाल बेहतर स्थिति में है, मानसून की बारिश प्रारंभ होने में लगभग 4 महीने का समय शेष है, हो सकता है मानसून की बारिश के साथ सीसी सड़क से गिट्टी और सीमेंट दोनों पानी में बहकर निकल जाए, क्योंकि जब देश में करोड़ों रुपए के नए- पुल पानी में गिर सकते हैं, एयरपोर्ट की छत लीकेज हो सकती है तो नगर परिषद द्वारा निर्माण करवाए गए सीसी सड़क पर गड्ढे होना आम बात है, हो सकता है वर्तमान सरकारो का यही सुशासन रहा हो,
8 इंच का एस्टीमेट और 3 इंच का निर्माण कार्य
सीसी सड़क निर्माण कार्य की हालत देखिए
नगर परिषद द्वारा सीसी सड़क निर्माण कार्य के लिए ठेकेदार को 8 इंच का एस्टीमेट दिया गया और ठेकेदार के द्वारा 3 से साढै 3 इंच सीसी सड़क का निर्माण कार्य किया गया, जब सीसी सड़क निर्माण कार्य से 50 दिनों में ही गिट्टी निकलती हुई दिखाई दी तो उसके ऊपर एक इंच सीसी सड़क का निर्माण कार्य गड्ढो को भरने के लिए करवाया गया, जिससे भ्रष्टाचार की सड़क फिलहाल ठीक प्रकार से दिखाई दे और आगामी बारिश में एक इंच सीसी सीमेंट सड़क दिखाई देती है या नहीं इसकी जानकारी बारिश के दौरान प्राप्त होगी,
जिला परियोजना अधिकारी चंद्र सिंह धारवे को इस संबंध में अवगत करवाया गया
की नगर परिषद द्वारा कुछ गली मोहल्ले में 50 लाख रुपए की लागत से सीधी सड़क का निर्माण कार्य करवाया गया है और कुछ जगह पर 50 दिन में ही गड्ढे हो गए,
इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा इसका मतलब सड़के गुणवत्ता विहीन है, वे इस मामले की जानकारी प्राप्त कर परीक्षण करेंगे,
मुख्य नगर परिषद अधिकारी जगजीवन शर्मा ने कहा गली मोहल्ले में सीसी सड़क निर्माण कार्य के दौरान आम लोगों का आवागमन रहता है, और सीमेंट पर पानी का छिड़काव ठीक प्रकार से नहीं होने के कारण भी सड़क की गुणवत्ता पर असर पड़ता है, अगर सड़कों पर गड्ढे हो गए हैं तो मौके पर इंजीनियर को भेज कर रिपेयर करवाया जाएगा,
नगर परिषद के इंजीनियर रघुवीर सिंह ठाकुर से भी इस मामले पर जानकारी प्राप्त की गई, उन्होंने कहा सड़क निर्माण कार्य के दौरान लोगों का आना-जाना लगा रहता है इसलिए सड़कों पर गड्ढे हो जाते हैं, जहां पर गड्ढे हो गए वहां नगर परिषद द्वारा रिपेयरिंग का कार्य करवाया गया है,
अहम सवाल यह है
जब सड़क निर्माण कार्य किया जा रहा था उस समय नगर परिषद के जिम्मेदार क्या कर रहे थे, जब एस्टीमेट 8 इंच का था तो सड़क निर्माण कार्य साढे तीन इंच का क्यों किया गया,
जब सड़क निर्माण कार्य जारी था उस समय दोनों और के रास्ते बंद क्यों नहीं किए गए,
और सीसी सड़क पर पानी छिड़काव के लिए मोरवन बांध का जलस्तर पर्याप्त मात्रा में है, यानी नगर में पेयजल की समस्या नहीं है, इसलिए सीसी सड़क पर छिड़काव के लिए पानी भी पर्याप्त मात्रा में है तो फिर ठीक प्रकार से पानी का छिड़काव क्यों नहीं किया गया,