झाँसी। मोंठ के पाडरी गांव निवासी रघुवीर सिंह बड़े जमींदार हैं। उनका बेटा मध्य प्रदेश में बैंक शाखा प्रबंधक है। रघुवीर ने पुलिस को बताया कि 12 दिसंबर की सुबह 3 अलग-अलग नंबरों से मेरे पास कॉल आई। फिर व्हाट्सएप पर वीडियो कॉल आया। फोन उठाया तो ऑफिस में एक व्यक्ति बैठा था। सायरन भी बज रहा था। वो कहने लगा कि मुंबई से सीबीआई अधिकारी आदित्य राठौर बोल रहा हूं। आपके खिलाफ सीबीआई ने मनी लांड्रिंग के आरोप में एफआईआर दर्ज की है। आपके खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी हो गया है। उसने मुझे एक नोटिस भी भेजा। फिर कहा कि जब तक पूछताछ पूरी न हो जाए, तब तक घर से बाहर न निकले। गिरफ्तारी की धमकी दी फर्जी सीबीआई अधिकारी ने कुछ देर बाद मामला निपटाने की पेशकश की। इस दौरान बाहरी व्यक्ति से बात करने पर गिरफ्तारी करने की धमकी दी। धमकाने पर रघुवीर उसकी बात मानने को राजी हो गए। डरा-धमकाकर साइबर जालसाज ने 15 लाख रुपए रघुवीर से वसूल लिए। पूरी रकम अलग-अलग खातों में रघुवीर ने ट्रांसफर कर दी। रघुवीर घर में डरे-सहमे से रहने लगे। परिजन के पूछने पर उन्होंने पूरी बात बताई। यह सुनकर परिजन सन्न रह गए। साइबर थाना प्रभारी रविंद्र यादव ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज करके मामले की छानबीन कराई जा रही है।
Source- दैनिक भास्कर