*यह फोटो डालना एक जरूरी सा हो गया क्योंकि आज पूरे 11 दिन बीत चुके हैं अलवर शहर के बीचों-बीच राज ऋषि महाविद्यालय के घने जंगल में एक पैंथर का मूवमेंट बना हुआ हैं वहां पर लोग रहते हैं लेकिन वह डर के अपना जीवन 11 दिनों से काट रहे हैं क्योंकि पैंथर उनके घर के आसपास भी काफी बार जा चुका है पता नहीं कौन कब शिकार हो जाए वहां पर तैनात वनकर्मी का कहना है कि हमारे पास स्टाफ की कमी है इसलिए हम कुछ नहीं कर सकते आगे उच्च अधिकारी से बात कर सकते हैं*
*आई अब बात करते हैं जनप्रतिनिधि की सबसे पहले बात करने हम जा रहे हैं केंद्रीय मंत्री व अलवर के सांसद भूपेंद्र यादव की जो अलवर के सांसद है लेकिन अब तक उन्होंने वहां पर जाकर यह भी नहीं देखा की अलवर की जनता वहां पर रह रही है किस तरह डर के माहौल में रह रही है हां वह अलवर आते हैं और कार्यक्रम में शामिल होकर वापस अपने स्थान पर लौट जाते हैं क्या उनका फर्ज नहीं बनता की अलवर की जनता के बारे में तमाम और स्टाफ बुलाकर पूरे घने जंगल को दिखा कर उसे पैंथर को पकड़वा सके।*
*अब हम बात करते हैं वन एवं पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा की इन्होंने तो अलवर की तरफ ध्यान देना ही छोड़ दिया है। जब एक पार्षद इनको फोन करके पानी की समस्या बताते हैं तो इनका जवाब आता है कि धरना दो और उसके बाद पार्षद को ब्लैक लिस्ट कर देते हैं तो यह अलवर की जनता के बारे में क्या सोचेंगे अब देखने का बड़ा सवाल दोनों मंत्री इस मामलों में संज्ञान लेते हैं या डर के कारण लोग इसी तरह अपना जीवन बिताते रहेंगे।*