भोपाल :- Facebook पर Live कवि सम्मेलन आयोजित करने वाले, काव्य धारा प्रवाह मंच के , 42 वें लाइव कवि सम्मेलन में इस बार, मीरा के प्रेम गीत, राधा जी की प्रीत ओर मां की ममता पर शानदार काव्य पाठ हुए।
काव्य धारा प्रवाह मंच के अध्यक्ष एवं मंच संचालक आदरणीय श्री दौलत सिंह ठाकुर जी ने, भारत पत्र के रिपोर्टर अनुरुद्ध कौरव से बातचीत में बताया कि, इस बार के कार्यक्रम में, उत्तर प्रदेश ओर मध्य प्रदेश के प्रख्यात साहित्यकारों ने कवि सम्मेलन में हिस्सा लेकर, बहुत ही शानदार काव्य पाठ किए।
मंच संचालक श्री दौलत सिंह ठाकुर जी ने कार्यक्रम की शुरुआत में, सभी कविर्विदो का विस्तृत परिचय करवाने के साथ ही, फिजियोथैरेपिस्ट की पढ़ाई कर रही, कानपुर उत्तर प्रदेश की नवोदित कवयित्री एवं लेखक सुश्री शिवानी कौशल जी को, मां सरस्वती जी की वंदना के लिए आमंत्रित किया।
शिवानी कौशल जी के द्वारा, मां शारदे की वंदना के साथ, कवि सम्मेलन का शुभ आरंभ हुआ।
सर्वप्रथम दादरी उत्तर प्रदेश के मशहूर लेखक एवं कवि श्री पीयूष गोयल जी को आमंत्रित किया गया।जिन्होंने विभिन्न कलाओं में, अनेकों पुस्तक लिखी है। श्री पीयूष गोयल जी ने,
"बचपन अंकुरित सा हरा भरा।"
ओर
"दबे दबे पांव से आना, खटखटा कर यूं ही चले जाना।"
जैसी बेहतरीन रचना सुनाकर, दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
भोपाल के वरिष्ठ प्रख्यात कवि आदरणीय श्री अशोक कुमार गौतम जी ने, एक बेहतरीन मुक्तक के साथ ही,
अपने निजी जीवन के अनुभव से, मां की ममता पर,
"जब तक है मां घर के अंदर रोशन कोना कोना है।"
"मां की ममता से हर घर, हो जाता सोना सोना है।।"
जैसी मार्मिक रचना सुनाई। जिसे सुनकर सभी वाह वाह कर उठे।
कानपुर की नवोदित कवयित्री सुश्री शिवानी कौशल जी ने, अपनी सुमधुर आवाज में मुक्तक सुनाने के बाद,
"इक मीरा है मेरे मन में, जो प्रेम कहानी गाती है।"
"एक राधा है जो छिपी कही, बस प्रेम भाव दर्शाती है।।"
जैसी बहुत ही लाजवाब रचना सुनाई। जिसमें मीरा के प्रेम गीत, ओर राधा जी के प्रेम भावो को, बहुत ही लाजवाब तरीके से प्रस्तुत किए।
मंच संचालक आ० श्री दौलत सिंह ठाकुर जी का संचालन, हर बार की तरह, इस बार भी बेहतरीन रहा।
काव्य धारा प्रवाह मंच के अध्यक्ष जी ने आगे बताया कि, उनका मंच धीरे धीरे, Live कवि सम्मेलन के साथ साथ, धरातल पर भी कवि सम्मेलन आयोजित करने लगा है। जोकि जन मानस के द्वारा बहुत ही पसंद किया जा रहा। उन्होंने आगे बताया कि, शीघ्र ही उनका काव्य धारा प्रवाह मंच, धरातल के कवि सम्मेलन की संख्या में बढ़ोत्तरी करने जा रहा है और उन्होंने बताया कि, उनका मंच, हिंदी साहित्य, सनातन धर्म ओर देश तथा समाज के लिए पूर्णतया समर्पित रहेगा।
श्री दौलत सिंह ठाकुर जी ने, कार्यक्रम के समापन पर, लाजवाब मुक्तक सुनाए और मंच को साझा करने वाले सभी कविर्विदो का आभार एवं धन्यवाद देते हुए, Live कवि सम्मेलन का समापन किया।
Tags
अनुरुद्ध कौरव