बालोतरा:भारत पत्र राजस्थान राज्य ब्यूरो (असरफ मारोठी) श्री राणी भटियाणी मंदिर संस्थान, जसोल में शनिवार को विजयादशमी के पावन अवसर पर संत महामंडल अध्यक्ष (दिल्ली एनसीआर) एवं पंच दशनाम जूना अखाड़ा अंतर्राष्ट्रीय प्रवक्ता तथा दूधेश्वर महादेव मंदिर (गाजियाबाद) महंत नारायण गिरी महाराज के पावन सानिध्य में भव्य धार्मिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर संस्थान अध्यक्ष रावल किशन सिंह जसोल द्वारा मंदिर परिसर स्थित समस्त मंदिरों के शस्त्रों का वैदिक रीति-रिवाज से पूजन किया गया, पूजा के दौरान विद्वान आचार्यों और पंडितों द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ शस्त्र पूजन की विधि संपन्न करवाई गई।
शस्त्र पूजन से पर्व जसोल सर्व समाज की कन्याओं का पूजन कर उन्हे अन्न प्रसादम करवाया गया। इस अवसर पर महंत नारायण गिरी महाराज ने कहा कि विजयादशमी पर्व अनेक सामाजिक, नैतिक संदेश देता है। ये त्योहार हमें सिखाता है कि बुराई चाहे कितनी भी शक्तिशाली हो, अंत में सत्य और धर्म की ही जीत होती है। रावण का अंत गवाह है कि अधर्म और अहंकार का अंत निश्चित है। भगवान राम की जीवन गाथा हमें धैर्य, करुणा, त्याग और कर्तव्यनिष्ठा का महत्व सिखाती हैं। संस्थान अध्यक्ष रावल किशन सिंह जसोल ने कहा कि विजयादशमी पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को इसका आयोजन होता है। भगवान राम ने इसी दिन रावण का वध किया था तथा देवी दुर्गा ने नौ रात्रि एवं दस दिन के युद्ध के उपरान्त महिषासुर पर विजय प्राप्त की थी। इसे असत्य पर सत्य की विजय के रूप में मनाया जाता है।
शस्त्र पूजन के उपरांत, विगत नौ दिनों से चल रहे नवरात्रा पर्व अनुष्ठान का समापन विधि पूर्वक पूर्णाहुति के साथ किया गया। इस अवसर पर भक्तों ने बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ अनुष्ठान में भाग लिया और माँ दुर्गा से अपने जीवन में खुशहाली को लेकर मंगल कामना की। विगत नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की विधि पूर्वक पूजा अर्चना की गई तथा जसोल मां के अनन्य भक्तों की सम्पूर्ण मनोकामना पूर्ति हेतु नौ दिन जसोल सर्व समाज की कन्याओं का पूजन कर उन्हे अन्न प्रसादम करवाया गया।