बनारसी सिल्क की टाई पर दिखेगा गंगा घाट, बनारस की कला को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिलेगी पहचान...
वाराणसी : बनारस की समृद्ध संस्कृति और गंगा घाटों की खूबसूरती अब बनारसी सिल्क की टाई पर भी जीवंत हो उठी है। वाराणसी की अंतरराष्ट्रीय डिजाइनर आकांक्षा सिंह ने विशेष रूप से बनारसी सिल्क पर हाथ से गंगा घाटों को चित्रित किया है। यह टाई न सिर्फ फैशन का प्रतीक है, बल्कि वाराणसी के घाटों और इसकी पौराणिक धरोहर को भी विश्वभर में प्रस्तुत करनें का एक नया माध्यम बन रही है।
आकांक्षा सिंह का कहना है कि उन्होंने टाई पर गंगा घाटों को उकेरने का उद्देश्य इस पवित्र शहर और इसके घाटों को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाना है। वह चाहती हैं कि वाराणसी की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को देखने के लिए दुनियाभर से लोग इस शहर की ओर आकर्षित हों।
बनारसी सिल्क की इस विशेष टाई पर केमिकल-रहित रंगों का उपयोग करते हुए हाथ से गंगा घाटों को बड़ी बारीकी से चित्रित किया गया है। एक टाई पर घाटों को बनानें और रंग भरनें में लगभग 50 घंटे का समय लगता है, जो इसे एक अनूठा और विशेष कला का नमूना बनाता है।
आकांक्षा सिंह इससे पहले पेरिस ओलंपिक की थीम पर भी टाई बना चुकी हैं, जिसे काफी सराहना मिली थी। भारतीय हॉकी टीम के वरिष्ठ सदस्य और पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक विजेता ललित उपाध्याय नें भी उनके काम की प्रशंसा की थी।
पर्यटन विभाग के सहयोग से अब आकांक्षा सिंह वाराणसी के पौराणिक कथाओं और मंदिरों की थीम पर भी टाई बनाएंगी, जो शहर की सांस्कृतिक धरोहर को नए आयाम पर ले जानें में मदद करेगी। इस पहल से वाराणसी की पारंपरिक कला और सांस्कृतिक धरोहर को वैश्विक मंच पर और भी मजबूती से स्थापित किया जाएगा।