MP Jawad Vidhan Sabha: विकास की फसल सिर्फ वादों में, रोजगार के मुद्दे पर युवाओं में नाराजगी
MP Jawad Vidhan Sabha: जावद विधानसभा से विधायक और मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा का रिपोर्ट कार्ड।
जावद...यानी सूबे का अंतिम विधानसभा क्षेत्र, जो राजस्थान के चित्तौड़ और भीलवाड़ा जिलों की सीमा को छूता है। यह क्षेत्र अफीम और लहसुन की खेती और खनिज के लिए जाना जाता है। यहां सुखानंद जैसा पर्यटक स्थल भी है तो कामाकिरता के तालाब में विदेशी पक्षियों का भी डेरा रहता है। रोजगार जैसे मुद्दे पर युवाओं की नाराजगी पूरे क्षेत्र में नजर आती है। यह प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरेंद्र कुमार सखलेचा का क्षेत्र भी रहा है और अब उन्हीं के पुत्र ओमप्रकाश सखलेचा यहां से विधायक हैं। साथ ही प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) मंत्री भी हैं।
सीमेंट उद्योगों से इलाके में प्रदूषण
मंत्रीजी ने उद्योग लगाने, रोजगार लाने के सपने तो खूब दिखाए लेकिन क्षेत्र की तस्वीर नहीं बदल पाए। जावद विधानसभा क्षेत्र के अठाना गांव के बंटी माली कहते हैं, आइटीआइ के बाद भी काम नहीं है, इसलिए गाड़ी चला रहा हूं। नयागांव के पास खोर में सीमेंट उद्योग हैं। यहां के किसान बसंतीलाल मेघवाल बताते हैं, सीमेंट उद्योग में स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं दिया जा रहा है। खोर के पूर्व सरपंच उदयसिंह चंद्रावत बताते हैं, सीमेंट उद्योगों से इलाके में प्रदूषण फैल रहा है।
शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में विकास
मंत्री सखलेचा ने विधानसभा क्षेत्र के लोगों की नियमित स्वास्थ जांच और इलाज के लिए स्वास्थ्य केंद्रों में सुविधाएं बढ़ाने पर ध्यान दिया है। आम जनता के लिए शिविर लगाकर उनके स्वास्थ्य की मानीटरिंग पर फोकस किया। विधायक निधि से पेयजल की सुविधा, सामुदायिक भवन आदि कार्य किए गए हैं।
शासन की योजना में जल संरक्षण के कार्य भी किए जा रहे हैं। जनकपुर के हेमंत पाटीदार बताते हैं, कुछ नए तालाब बनाए जा रहे हैं ताकि किसानों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध हो सके। चोरकुइयां में बन रहे तालाब से सबको फायदा होगा। ग्रामीण क्षेत्र में बच्चों को शहर के स्कूलों में न जाना पड़े, इसलिए स्कूलों का उन्नयन किया गया है। बड़े गांवों में मिडिल स्कूलों को हाईस्कूल और हायर सेकंडरी स्कूल में बदला गया है। उनमें बेहतर सुविधाएं दी जा रही हैं।
और भी हैं मुद्दे और समस्याएं
- जावद विधानसभा क्षेत्र का सिंगोली इलाका राजस्थान से जुड़ा है। इस रास्ते रेत का अवैध कारोबार होता है। बंद खदानों में लाल पत्थर का भी चुपचाप खनन होता है। नयागांव बैरियर से अवैध कमाई का मामला भी बार-बार उठता रहता है।
- सरवानिया महाराज के उप सरपंच और भाजपा नेता राजेंद्रसिंह, मंत्री सखलेचा को सरल-सहज बताते हैं। कहते हैं, हर किसी का फोन खुद उठाते हैं। दूसरी तरफ जनकपुर के जितेंद्र पाटीदार तंज कसते हैं, फोन उठाने से क्या होता है, जनता के काम होना चाहिए।
- बाणदा बांध में लगभग 200 आदिवासी किसानों की जमीन जा रही है, लेकिन उनको उचित मुआवजा नहीं मिल रहा है। जमीन के बदले जमीन और उचित मुआवजा न दिलाए जाने से यहां के किसान नाराज हैं।
दिसंबर तक जावद में लगेंगे 100 उद्योग
डिकेन में सौर ऊर्जा प्लांट लगने से अप्रत्यक्ष रूप से भी कई लोगों को रोजगार मिला। दिसंबर तक जावद क्षेत्र में करीब 100 छोटे उद्योग शुरू होंगे। आसन दरियानाथ मठ की जमीन को लेकर राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी गुमराह कर रहे हैं। स्त कर दिया था। - ओमप्रकाश सखलेचा, जावद विधायक एवं एमएसएमई मंत्री
सड़कों में भ्रष्टाचार
मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा केवल वादे करते हैं, निभाते नहीं। पहली बार विधायक बने थे तो घोषणा की थी कि पिता (पूर्व मुख्यमंत्री वीरेंद्र कुमार सकलेचा) की स्मृति में जावद में सर्वसुविधायुक्त अस्पताल बनाएंगे। बीस साल बाद भी उनका वादा अधूरा है। सड़कों के निर्माण में भ्रष्टाचार हुआ है। - राजकुमार अहीर, कांग्रेस नेता और पिछले चुनाव में सखलेचा के प्रतिद्वंद्वी
दरियानाथ मठ की जमीन का मुद्दा फिर चर्चा में
विधानसभा चुनाव में अभी वक्त है लेकिन राजनीतिक दलों की सरगर्मी क्षेत्र में बढ़ रही है। अठाना गांव के पास आसन दरियानाथ मठ की सैकड़ों बीघा जमीन का मुद्दा फिर चर्चा में है। यहां के क्षेत्रवासी बताते हैं कि वर्ष 1962 में कृषि सीलिंग एक्ट के कारण जब मठ की अतिरिक्त भूमि शासन अपने अधीन लेने वाला था, तब वीरेंद्र कुमार सखलेचा (वकील भी थे) ने मठ की जमीन बचाने में मठ के महंत की सहायता की थी। वकालत की फीस के बदले सखलेचा ने कुछ जमीन अपने पिता के नाम कराई। यह मामला तभी से विवाद में है। हाल ही में शासन ने इस जमीन को देव स्थान व मठ की जमीन बताकर मुक्त करने के आदेश दिए थे, लेकिन यहां मंत्री सकलेचा की नक्षत्र वाटिका बनी है। पूर्व मुख्यमंत्री सखलेचा के सहयोगी रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता रामलाल पाटीदार भी इसकी पुष्टि करते हैं।
Source: Nai Dunia