MP की शान बनेगा सुखानंद धाम, सालभर बहेगा झरना, दमकेगी अरावली की पहाड़ियां

सुखदेव मुनि की तपोस्थली मध्यप्रदेश के नीमच जिले में स्थित सुखानंद धाम अब एक करोड़ रुपए की लागत से संवरेगा.

1 करोड़ से संवरेगा सुखानंद धाम, सालभर बहेगा झरना, दमकेगी अरावली की पहाड़ियां

नीमच. सुखदेव मुनि की तपोस्थली मध्यप्रदेश के नीमच जिले में स्थित सुखानंद धाम अब एक करोड़ रुपए की लागत से संवरेगा, यहां ऐसी व्यवस्था की जाएगी, जिससे साल भर झरना बहेगा और अरावली की पहाड़ियां भी रोशनी से दमक उठेगी, ऐसे में दिन-रात यहां आनेवाले पर्यटकों को यहां का नजारा आनंदित कर देगा।

सुखानंद में बनेगा अध्यात्म केंद्र, 16 अप्रैल को आएंगी पर्यटन एवं पर्यावरण मंत्री

एमएसएमई मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा ने शासकीय महात्मा गांधी विद्यालय जावद में आयोजित प्रबुद्धजनों की बैठक में कहा कि यहां सुखदेव मुनि ने गंगा जी को आह्वान करके बुलाया था, यहां अब एक अध्यात्म केंद्र विकसित किया जाएगा। यहां 10 करोड से अधिक के विकास कार्य होंगे। इसके लिए जिले की प्रभारी मंत्री एवं पर्यटन एवं पर्यावरण मंत्री उषा ठाकुर 16 अप्रैल को जावद व सुखानंद में आएगी।

1 करोड़ से संवरेगा सुखानंद धाम, सालभर बहेगा झरना, दमकेगी अरावली की पहाड़ियां

नीमच जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अरावली पर्वतमाला श्रृंखला पर बने प्राचीन तीर्थ स्थल सुखानंद महादेव मंदिर और पहाड़ी पर विकास कार्य किए जा रहे हैं। सुखानंद धाम में ढ़ाई करोड़ रुप धर्मस्व विभाग द्वारा दिए जा रहे हैं। 1 करोड़ रुपए की लागत से 10 हजार वर्ग फीट में डोम का निर्माण किया जाएगा। पुराने डोम में भोजन शाला व चार कक्ष बनाए जाएंगे। एक से डेढ़ सप्ताह में सीढ़ियों के जीर्णोद्धार का काम प्रारंभ होगा। अठाना से सुखानंद तीर्थं तक सीसी रोड निर्माण का कार्य भी शुरू कर दिया है। जल्द यहां आने वाले भक्तों को कई सुविधाएं मिलने लगेंगी। इतना ही नहीं पहाड़ियों पर लाइटिंग की जाएगी, जिससे रात के समय भी भक्त आसानी से भ्रमण कर सकेंगे।

मप्र व राजस्थान की सीमा पर अरावली पर्वतमाला श्रृंखला के बीच सुखदेव मुनि की तपस्या स्थली सुखानंद महादेव मंदिर है। इसे सुखानंद धाम कहा जाता है। जहां सालभर मप्र व राजस्थान से भक्तजन आते हैं। महाशिवरात्रि और हरियाली अमावस्या पर यहां मेला लगता है। मंदिर की गुफा के समीप ही गंगा कुंड है और पहाड़ी से 70 फीट ऊंचा झरना गिरता है। सुखानंद मंदिर और पहाड़ी को विकसित करने के लिए पांच करोड़ रुपए से विकास कार्य जारी है। मप्र के बजट में भी साथ के लिए 2.50 करोड़ किए हैं। अब धर्मस्व विभाग द्वारा यह राशि दी जाएगी। इस राशि से यहां 10 हजार वर्ग फीट में 1 करोड़ रुपए से डोम निर्माण किया जाएगा। 7.30 लाख में मंदिर तक पहुंचने वाली सीढ़ियों के जीर्णोद्वार के विगत दिनों इंजीनियरों ने निरीक्षण किया। अधिकारियों के अनुसार एक सप्ताह में सीढ़ियों के जीर्णोद्धार का काम शुरू कर दिया जाएगा। पहाड़ी के नीचे दुकानों के पास सुलभ कॉम्प्लेक्स निर्माण भी प्रारंभ कर दिया है। यहां साल भर झरना चल सके इसके लिए केनपुरिया डेम की गहराई 10 फीट बढ़ाई जाएगी। अभी केवल बारिश के दौरान ही यहां पर झरना चलता है।

1 करोड़ से संवरेगा सुखानंद धाम, सालभर बहेगा झरना, दमकेगी अरावली की पहाड़ियां

सुखानंद के रहवासी व पंडित परिवार के अनिल कुमार पाराशर ने बताया कि यहां पर कई जगह कार्य चल रहे हैं। इसमें गोशाला का निर्माण व रावला कुंड के पास सुधार कार्य जारी है। विगत दिनों इंजीनियर द्वारा सीढिय़ों की नपती की गई। इसके सुधार का कार्य भी जल्द प्रारंभ होगा। मंदिर विकास से भक्तों सुविधा मिलेगी।

अस्थि विसर्जन के लिए अलग से कुंड का निर्माण
मंदिर आने वाली महिला श्रद्धालुओं के स्नान के बाद वस्त्र बदलने के लिए झरने के समीप एक छोटे कक्ष का निर्माण किया जाएगा। सुखानंद धाम में गंगा नदी की तरह अस्थि विसर्जन का महत्व है। है। यहां आस-पास के जिले सहित राजस्थान से लोग अस्थि विसर्जन के लिए आते हैं। अस्थि विसर्जन के लिए अलग से कुंड का निर्माण किया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी जनपद पंचायत की होगी।

पहाड़ियां होगी रोशन

मंदिर और पहाड़ी सहित मंदिर के नीचे मेला क्षेत्र का विकास के साथ पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था की जाएगी। मंदिर के आगे झरने से लेकर नीचे मेला स्थल तक बिजली के खंभे लगाए जाएंगे। ऊंचाई पर हाईमास्ट भी लगेगा। इससे पूरा परिसर रोशन होगा।

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