रामगंजमंडी भोपाल रेल लाइन को मिले 800 करोड़,जानें कबसे चलने लगेंगी इस लाइन पर ट्रेनें


भोपाल (नवदुनिया प्रतिनिधि)। भोपाल से राजस्थान के रामगंजमंडी के बीच बिछाई जा रही नई रेल लाइन के लिए केंद्रीय बजट में 800 करोड़ रुपये मिले हैं। इस राशि से नई रेल लाइन के काम को गति मिलेगी। बरखेड़ा-बुदनी के बीच बिछाई जा रही तीसरी लाइन के लिए 50 करोड़ रुपये मिले हैं, इस राशि से इस लाइन का काम वर्ष 2023 के अंत तक पूरा किया जाना है। इधर, मप्र के 80 स्टेशनों का पुन: विकास किया जाएगा। इनमें भोपाल रेल मंडल के 15 स्टेशन शामिल हैं। इसमें संत हिरदाराम नगर स्टेशन मुख्य है। इन स्टेशनों पर यात्री सुविधाओ का विस्तार होगा।

उल्लेखनीय है कि मप्र को रेल परियोजनाओं के लिए 13 हजार 607 करोड़ रुपये मिले हैं। साथ ही निर्माणाधीन रेल लाइनों, पुल-पुलियाओं की गति बढ़ेगी। स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं का विस्तार होगा। यह जानकारी शुक्रवार को केंद्रीय रेल, संचार और इलेक्ट्रानिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने वर्चुअल प्रेस कान्फ्रेंस के माध्यम से सभी जोनल रेलवे को राज्यवार दी है। रेलमंत्री ने बताया कि मध्य प्रदेश राज्य को बजट 2023-24 में 13607 करोड़ आवंटन दिया है, जो कि वर्ष 2009 से 2014 के औसत आवंटन 632 करोड़ से 21.5 गुना अधिक है। पश्चिम मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राहुल श्रीवास्तव का कहना है मप्र को प्राप्त आवंटन में से पश्चिम मध्य रेलवे को 8874.70 करोड़ रुपये मिले हैं। यह राशि भोपाल, जबलपुर व कोटा रेल मंडल पर खर्च होगी।

तीन साल में सभी ट्रेनों से हटेंगे पुराने कोच

तीन सालों में देश की सभी ट्रेनों से पुराने कोच हटा दिए जाएंगे। रेल बजट पेश करते हुए रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि सभी मेल, एक्सप्रेस सहित अन्य ट्रेनों से पुराने कोच हटाने की शुरुआत की जा चुकी है। पहले चरण (इस वित्त वर्ष) में 250 ट्रेनों से पुराने कोच हटाकर राजधानी ट्रेनों के समतुल्य आधुनिक कोच लगाए जाएंगे। अगले चरण में (अगले वित्त वर्ष) में 325 ट्रेनों और तीसरे साल में शत प्रतिशत ट्रेनों के कोच बदलकर आधुनिक कर दिए जाएंगे। इस दौरान सभी ट्रेनों के कोच राजधानी स्तर के होंगे। रेलमंत्री ने यह भी कहा कि इस साल के अंत तक वंदे भारत स्लीपर कोच के साथ भी दौड़ने लगेंगी।

निकटतम शहरों को जोड़ेंगी वंदे भारत मेट्रो ट्रेनें

लोगों को तेज रफ्तार से निकटतम शहरों तक पहुंचाने के लिए जल्दी ही वंदे भारत मेट्रो ट्रेनें भी दौड़ने लगेंगी। ये ट्रेनें 100 से 120 किमी प्रति घंटा की तेज रफ्तार से चलेंगी। इन ट्रेनों को मुख्य रूप से 60 से 80 किमी की दूरी वाले शहरों के बीच चलाया जाएगा।

इन स्टेशनों का होगा विकास

बजट में मिली राशि में से भोपाल रेल मंडल के जिन 15 स्टेशनों का विकास होना है, उनमें हरदा, खिरकिया, बानापुरा, इटारसी जंक्शन, नर्मदापुरम, संत हिरदाराम नगर, सांची, विदिशा, गंजबासोदा, अशोकनगर, गुना, शिवपुरी, रुठियाई, ब्यावरा-राजगढ़ एवं शाजापुर शामिल है।

स्टेशनों पर ये काम होंगे

उच्च स्तरीय प्लेटफार्म बनेंगे, बेहतर तरीके से निर्मित संकेतक लगेंगे, स्टेशन पहुंच मार्ग बनेंगे, सुनियोजित पार्किंग होगी, बेहतर प्रकाश व्यवस्था की जाएगी, दिव्यांगजनों के अनुकूल इंतजाम होंगे।

प्रमुख रेल परियोजनाओं के लिए बजट में आवंटन

नई लाइनों का निर्माण- 2014 करोड़ रुपये।

दोहरीकरण/तिहरीकरण- 1521.30 करोड़ रुपये।

रेल यातायात सुविधा विस्तार- 114.71 करोड़ रुपये।

सड़क संरक्षा कार्य (लेवल क्रासिंग)- 18.74 करोड़ रुपये।

सड़क संरक्षा कार्य (आरयूबी/आरओबी)- 574.03 करोड़ रुपये।

रेलवे ट्रैक नवीनीकरण- 1090 करोड़ रुपये।

ब्रिज व टनल रख कार्य-रखरखाव- 100 करोड़ रुपये।

सिगनल एंड टेलीकम्युनिकेशन- 207.10 करोड़ रुपये।

विद्युत संबंधी कार्य- 106.07 करोड़ रुपये ।

यात्री सुविधाओं का विस्तार- 250.10 करोड़ रुपये।

अन्य योजनाओं के लिए- 2878.25 करोड़ रुपये।

इन नई लाइन एवं दोहरीकरण/तिहरीकरण परियोजना के लिए मिला बजट

ललितपुर-सिंगरौली नई लाइन (541 किमी) के लिए- 700 करोड़ रुपये।

रामगंजमंडी-भोपाल नई लाइन (262 किमी) के लिए- 800 करोड़ रुपये।

इंदौर-जबलपुर नई लाइन (342 किमी) के लिए- 514.40 करोड़ रुपये।

बुदनी-बरखेड़ा तीसरी लाइन (33 किमी)- 50 करोड़ रुपये।

कटनी-सिंगरौली (261 किमी) दोहरीकरण के लिए- 400 करोड़ रुपये।

बीना-कटनी (279 किमी) तीसरी लाइन- 565 करोड़ रुपये।

सतना-रीवा (50 किमी)- 55 करोड़ रुपये।

कटनी ग्रेड सेपरेटर वायडक्ट (21.5 किमी)- 300 करोड़ रुपये।

पवारखेड़ा-जुझारपुर सिंगल लाइन फ्लाई ओवर (16 किमी.)- 50 करोड़ रुपये।

अन्य परियोजनाओं के लिए- 101.30 करोड़ रुपये।

रेल यातायात सुविधाओं का विस्तार

इटारसी नार्थ साउथ ग्रेड सेपरेटर/फ्लाईओवर यार्ड री-माडलिंग सहित अन्य कामों के लिए 15 करोड़, जबलपुर के मदनमहल स्टेशन कोचिंग टर्मिनल एवं हाउबाग स्टेशन कोचिंग कांप्लेक्स के लिए 15 करोड़ रुपये मिले हैं। वहीं, रेल यातायात सुविधाओं के विस्तार के लिए 84.71 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।

पश्चिम मध्य रेल का बजट 2023-24 में 8,874.70 करोड़ रुपये का है। जबकि पिछले वर्ष 2022-23 में कुल रुपये 4,228 करोड़ मिले थे। इस प्रकार इस वर्ष 4646.70 करोड़ से अधिक का बजट प्राप्त हुआ है। इस राशि से रेलवे का विकास होगा और यात्रियों को सुविधाएं मिलेंगी।

टिप्पणियाँ

लोकप्रिय पोस्ट