संपन्न व्यक्तियों और सामान्य व्यक्तियों के लिए अलग-अलग नियम है प्रशासन के

जावद। ओम प्रकाश कसेरा।
 नगर में कोरोनावायरस पॉजिटिव के मरीज आ रहे हैं या सर्दी जुखाम बुखार के मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है किसी को कुछ भी समझ में नहीं आ रही है कि वे आखिर करे तो क्या करें वार्ड क्रमांक  3 नीमच रोड वार्ड क्रमांक 4 कैलाश गली दोनों ही जगह पॉजिटिव मरीज आने के बाद कंटेनमेंट एरिया नहीं बनने की शिकायत जिला प्रशासन तक पहुंची जिला प्रशासन हरकत में आया और कंटेनमेंट एरिया अस्तित्व में आया वार्ड क्रमांक 4 के निवासी प्रतिष्ठित समाजसेवी जिनका उपचार उदयपुर के नाथद्वारा रोड पर एक निजी चिकित्सालय में चल रहा था वहां पर उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद स्थानीय स्वास्थ्य टीम मंगलवार देर शाम इनके घर पहुंची एवं प्राथमिक जांच की गई बुधवार रात 8:30 बजे तक प्राप्त की गई जानकारी के अनुसार इन परिवारों के सदस्यों का सैंपल नहीं लिया गया आज गुरुवार को सैंपल लेने की कार्यवाही पूरी हो सकती है वही दूसरी ओर कंठल चौराहा पर निवासरत समाजसेवी जिन्होंने अपना सारा जीवन समाज को समर्पित किया ऐसे समाजसेवी के पुत्र को अपराधियों की तरह लाया गया था और परिवार के सभी सदस्यों का सैंपल लिया गय इसके अलावा अन्य जगह कोई सैंपल देने से मना कर रहा था तो उसे प्रशासन के अधिकारियों ने धारा 188 का आईना दिखाया अब यहां पर प्रशासन के अधिकारी चुप क्यों है शायद जिला प्रशासन तक शिकायत नहीं होती तो कंटेनमेंट एरिया भी नहीं बनते और सैंपल लेने की तैयारी भी नहीं होती प्रशासन के दोहरे नियम अक्सर देखने को मिलते हैं जिसमें गरीब आदमी के साथ क्या होता है या किसी को बताने की आवश्यकता नहीं है और रसूखदार को सम्मान कितना मिलता है यह सभी जानते हैं जिले के अधिकारी ने तो मना कर दिया था की वार्ड क्रमांक 4 में कोई पॉजिटिव आया ही नहीं इस संबंध में जब अनुविभागीय अधिकारी एसडीएम महोदय पीएल देवड़ा से चर्चा की तब उन्होंने बताया कि हां वार्ड क्रमांक 4 में भी पॉजिटिव मरीज आए थे यह है प्रशासन के संपन्न और सामान्य के लिए अलग-अलग नियम

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