झाँसी - सीएम युवा उद्यमी प्रोत्साहन योजना का एक चरण पूरा हो गया है। दूसरे चरण की प्रक्रिया भी शुरु हो चुकी है। इसके बाद भी युवा उद्यमी स्वरोजगार के लिए ऋण पाने को तरस रहे हैं। अभी भी डेढ़ हजार से ज्यादा फाइल बैंकों में धूल फाँक रही हैं। इसमें सबसे अधिक प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक और एचडीएफसी में हैं।
युवाओं को बिना गैरण्टि और बिना ब्याज के स्वरोजगार ऋण दिलाने के लिए प्रदेश सरकार ने युवा उद्यमी प्रोत्साहन अभियान शुरु किया है। 31 मार्च तक बैंकों को 3,322 आवेदन भेजें गए थे, जिसमें से 727 आवेदन मंजूर हुए और महज 522 युवाओं को ही ऋण दिया सका। नया वित्तीय वर्ष में पुराने प्रकरण लम्बित रहने के कारण नए प्रकरण का बोझ भी उद्योग विभाग पर बढ़ने लगा। इसे गम्भीरता से लेते हुए मुख्य विकास अधिकारी जुनैद अहमद ने दो-दो बैंकों की समीक्षा शुरु कर दी है। आज प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक और एचडीएफसी की समीक्षा की गयी। दोनों बैंकों ने 62 आवेदन स्वीकृत करते हुए 26 आवेदकों को ही ऋण दिया, जबकि 394 आवेदन लम्बित पड़े हैं और 68 लोगों के लोन पास हो गया है, लेकिन अभी तक बैंक में धनराशि नहीं भेजी गयी है। प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक की मऊरानीपुर शाखा को 15 दिन में 15, सीपरी बाजार, रानीपुर, मऊरानीपुर, उल्दन एवं एरच शाखा को 10-10 युवाओं को ऋण उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए है। ग्रामीण बैंक की इन शाखाओं पर रिवर्स स्पॉन्सरिंग की हिदायत प्रथमा यूपी ग्रामीण बैंक की अम्बाबाय, अम्मरगढ़, बबीना, बडागाँव गेट बाहर, बघेरा, बामौर, बरुआसागर, भण्डरा, चिरगाँव, चुरारा, गरौठा, गुरसराय, ग्वालियर रोड, सिकन्दरा, करगुवाँखुर्द, मेडिकल कॉलिज, खातीबाबा, मारकुँआ, मोठ, नगरा, पण्डवाहा, पुलिया नम्बर नौ, रक्सा, स्थावरी, सेमरी एवं सिमरधा शाखा में एक से तीन तक आवेदन लम्बित हैं। इन शाखाओं को रिवर्स स्पॉन्सरिंग में सम्मिलित करते हुए 15 दिन में कम से कम एक-एक युवा को ऋण देने की हिदायत दी गयी है।
Source- दैनिक जागरण