अमरोहा, उत्तर प्रदेश के समाजसेवी और पर्यावरण प्रेमी डॉ. गयास उद्दीन हाशमी एडवोकेट सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक प्रेरणादायक पहल करते हुए शादी समारोह में वर-वधू हर्षित सारस्वत संग भूमि शर्मा को उपहार स्वरूप पौधा भेंट किया। उनके इस कार्य ने न केवल समारोह में उपस्थित लोगों को प्रेरित किया, बल्कि समाज में पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाने की एक नई पहल को जन्म दिया। डॉ. हाशमी का मानना है कि पेड़-पौधे जीवन का आधार हैं। वह कहते हैं, आज के दौर में जहां पर्यावरण प्रदूषण एक बड़ी चुनौती बन चुका है, वहां हर व्यक्ति को पेड़-पौधों को सहेजने और उनके महत्व को समझने की आवश्यकता है। पौधा भेंट करना केवल एक परंपरा नहीं, बल्कि एक जीवनदान है। उन्होंने वर-वधू को पौधा देते हुए यह संदेश दिया कि इस पौधे की तरह ही अपने रिश्ते को भी सहेजें और इसे हर दिन पोषण दें। समारोह में उपस्थित सभी लोगों ने इस अनोखी पहल की प्रशंसा की। कई मेहमानों ने इस परंपरा को अपनी आने वाली पीढ़ी तक पहुंचाने का संकल्प लिया। डॉ. हाशमी की इस पहल का मुख्य उद्देश्य लोगों को यह समझाना है कि पौधे केवल पर्यावरण को ही नहीं, बल्कि जीवन को भी समृद्ध बनाते हैं। उनका यह कदम पर्यावरण संरक्षण और समाज में हरियाली बढ़ाने के लिए एक सशक्त प्रेरणा है। उनके इस कार्य ने साबित कर दिया कि छोटे-छोटे प्रयास भी बड़े बदलाव ला सकते हैं। ऐसे सकारात्मक प्रयास न केवल व्यक्तिगत स्तर पर बल्कि सामूहिक रूप से समाज को एक नई दिशा दे सकते हैं।
मीडिया संवाददाता पंकज कुमार गुप्ता जालौन उत्तर प्रदेश