उत्तराखंड क्रांति दल का आज कहना है कि हमने उत्तराखंड राज्य हेतु आंदोलन प्रयास संघर्ष किया था किंतु हमको आखिर उत्तराखंड की जनता ने क्यों नकारा यह बात भी सत्य है आखिर जनता ने राज्य बनने से लेकर और आज तक उत्तराखंड क्रांति दल को इकाई की बड़ी से बड़ी संख्या अर्थात 9 संख्या तक भी राज्य में अच्छी राजनीतिक करने हेतु अवसर नहीं दिया ....?? उत्तराखंड क्रांति दल पर भरत सिंह रावत की संक्षिप्त टिप्पणी..... उत्तराखंड राज्य प्राप्ति में वास्तव में उत्तराखंड क्रांति दल का बहुत बड़ा योगदान है वास्तव में इस बात से कोई परहेज नहीं कर सकता किंतु जिस प्रकार क्षेत्रीय दल उत्तराखंड क्रांति दल के आला कमान एवं विश्वास से चुने गए जनप्रतिनिधियों द्वारा राज्य प्राप्ति के बाद लालच में आकर अन्य राजनीतिक पार्टियों की गोदी में बैठने का जो कार्य किया और सिर्फ स्वयं का ही स्वार्थ सिद्ध किया उससे उत्तराखंड क्रांति दल का पतन हुआ है, जनता ने जब उत्तराखंड क्रांति दल को जब एक बार चार विधायक चुनकर दिए थे तो उसके बाद भी उत्तराखंड क्रांति दल वास्तव में दलदल में फंसता गया, और आज तक इस दलदल से बाहर नहीं निकल पाया । अब आवश्यकता है उत्तराखंड क्रांति दल को जनता का विश्वास जीतने का और जो इस समय इसके संस्थापक सदस्य भी होंगे अथवा जिनकी उम्र 72 वर्ष से अधिक हो गई वह महान क्रांतिकारी अब आगे चुनाव लड़ने की नहीं सोच सिर्फ अपने आशीर्वाद और मार्गदर्शन से पार्टी को दलदल से बचाए ।