भोपाल :- काव्य धारा प्रवाह के Facebook मंच पर आयोजित होने वाले साप्ताहिक Live कवि सम्मेलन में इस बार, अलग अलग प्रकार के काव्य पाठों को रोशनी झिलमिलाई, जिसकी रोशनी में दर्शक एवं कार्यक्रम से जुड़े साहित्यकार, रोशन हुए।भारत पत्र के रिपोर्टर अनुरुद्ध कौरव से बात करते हुए, काव्य धारा प्रवाह मंच की संस्थापिका श्रीमती पायल पटेल ने बताया कि, इस बार उनका Live कवि सम्मेलन, देश के सबसे बड़े उत्सव, दीपावली से कुछ दिन पूर्व में ही हुआ, किंतु इस कार्यक्रम में, दीपावली की ही तरह, काव्य पाठों की अलग अलग प्रकार की रोशनी देखने को मिली, जिसे देख ओर सुनकर, दर्शको को बहुत ही आनन्द आया। उन्होंने आगे बताया कि, हर बार की तरह, इस बार भी Live कवि सम्मेलन कार्यक्रम के संचालन का जिम्मा, मंच के अध्यक्ष, श्री दौलत सिंह ठाकुर जी ने ही संभाला हुआ था, आदरणीय मंच संचालक महोदय ने कार्यक्रम को बहुत ही शानदार तरीके से संचालित किया ओर साहित्यकारों का परिचय देने के साथ साथ, उन्होंने सभी का उत्साह वर्धन भी किया।मंच पर सर्वप्रथम, देवभूमि उत्तराखंड के हल्द्वानी से पधारे, श्री कन्हैयालाल स्नेही जी ने, मां सरस्वती जी की वंदना की ओर कार्यक्रम का बहुत ही सुंदर, सुमधुर आवाज के साथ शुभ आरंभ किया।मंच पर सबसे पहले, अलीगढ़ के नवोदित कवि, श्री अभिषेक यादव जी को आमंत्रित किया गया, किंतु कुछ तकनीकी असुविधा के कारण, उनका काव्य पाठ नहीं हो पाया, जिसके कारण, मंच संचालक जी ने, काव्य पाठ के लिय, अगले पायदान वाले कविर्विद को आमंत्रित किया।दूसरे स्थान पर, सोहागपुर मध्य प्रदेश के कविर्विद, श्री जितेंद्र शर्मा "जीत" जी को आमंत्रित किया गया।उन्होंने अपना काव्य पाठ, छोटी छोटी क्षणिकाओं के साथ किया ओर, उसके बाद उन्होंने बहुत ही मार्मिक व्यंग्यात्मक रचना सुनाई,जिसका शीर्षक था,"क्या बचपन ऐसा होता है..?"इस रचना में उन्होंने, अमीर गरीब की खाई का, बहुत ही शानदार तुलनात्मक व्यंग किया। जिसे सुनकर सभी वाह वाह करते नजर आए।इनके बाद, देवभूमि के वरिष्ठ साहित्यकार, गीतकार ओर श्रृंगार रस के कवि, श्री कन्हैयालाल स्नेही ने अपना काव्य पाठ किया,उन्होंने सबसे पहले, लाजवाब मुक्तक सुनाया उसके बाद, उन्होंने एक करुणा रस से भरा हुआ गीत सुनाया,जिसके बोल थे,"मेरा सावन प्यासा रह गया, तुम आए नहीं दोबारा।""मैने जीवन की, हर पगडंडी से, मुड़कर तुम्हे पुकारा।"इस गीत को सुनकर ओर श्री स्नेही जी की मधुर आवाज को सुनकर, दर्शक उनकी प्रशंसा में बहुत ही प्यारे प्यारे कमेंट्स करके, उनका उत्साहवर्धन करने लगे।ओरकार्यक्रम के समापन से पूर्व, श्री दौलत सिंह ठाकुर जी ने भी अपना रचना पाठ किया ओर एक सुंदर सा गीत उन्होंने सभी के समक्ष प्रस्तुत किया।मंच संचालक जी ने, कार्यक्रम का समापन, सभी साहित्यकारों, दर्शको ओर काव्य धारा प्रवाह मंच की टीम का आभार एवं धन्यवाद प्रकट करते हुए किया।मंच संस्थापिका श्रीमती पायल पटेल जी ने, भारत पत्र का भी धन्यवाद एवं आभार प्रकट करते हुए बताया कि, उनके Live कवि सम्मेलन के कार्यक्रम की सफलता में, मीडिया का भी बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका रही हैं। उन्होंने आगे बताया कि, उनका आगामी Live कवि सम्मेलन का कार्यक्रम, भाई दूज की पूर्व संध्या पर होगा और उस कार्यक्रम में रचना पाठ, सनातन हिन्दू धर्म के पावन पवित्र उत्सवों पर आधारित रहेंगे।
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अनुरुद्ध कौरव