*प्रवासी महापंचायत ( सम्मेलन ) प्रतिवर्ष किसी थीम के लिए समर्पित हो ।*
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भरत सिंह रावत द्वारा प्रस्तुत उत्तराखंड पलायन निवारण एवं ग्रामीण विकास आयोग के सम्मानित सदस्य राम प्रकाश पैन्यूली जी के विचार .... ✍️
ग्राम्य विकास एवम पलायन निवारण आयोग के परामर्श पर माननीय मुख्यमंत्री जी ने आगामी 7 नवंबर 2024 को देहरादून में उत्तराखंडी प्रवासी महासम्मेलन आयोजित करने की घोषणा की है ,जो सहर्ष, स्वागत योग्य कदम है ।
संभवत: इस आयोजन में देश - विदेश के सक्षम उत्तराखंडी प्रवासियों को आमंत्रित कर गांवों के विकास में उनसे सहभागी बनने का आग्रह किया जाएगा , उन्हें प्रत्यक्ष गांवों से जोड़ा जाएगा ।
वास्तव में प्रवासियों के सहयोग के बिना पलायन से पीड़ित उत्तराखंड के गांवों की दशा में सुधार लाना कठिन है । आज पुनः सामाजिक सहयोग की अपनी पारंपरिक व्यवस्था को पुनर्जीवित करने की आवश्यकता है।
गांव में स्वरोजगार, लघु उद्योग ,जल संरक्षण, होम स्टे, स्वास्थ्य , ग्रामोत्सव , जैविक कृषि , पर्यावरण संरक्षण , ग्राम दर्शन, सौर ऊर्जा विस्तार, उद्यानीकरण, अवस्थापना आदि आयामों में प्रवासी जनों का सहयोग अत्यंत आवश्यक है ।
प्रचलित वर्तमान परंपरा में आज यह दिखाई पड़ता है कि जब भी ऐसे प्रवासी आयोजन देश - विदेशों में होते हैं तो वे गीत - संगीत और सहभोज के बाद पूर्ण भर मान लिए जाते हैं ।
अपेक्षा है कि इस प्रकार की राजकीय वार्षिक महापंचायत देवभूमि के विकास की किसी थीम पर केंद्रित हो उसके वार्षिक लक्ष्य निर्धारित हों ,क्रमश: यह आयोजन बारी बारी से देहरादून और हल्द्वानी ( राज्य के दोनों भागों ) में आयोजित हो ।
प्रवासी समाज अपने गांव को भी अंगीकृत कर विकास कर सकते हैं । होम स्टे बना कर वे तीर्थाटन को रोजगार से जोड़ सकते हैं , कृषि उत्पादों को बाजार उपलब्ध करा सकते हैं ।
प्रवासी समाज उत्तराखंड का शक्ति - पुंज है, उनकी कर्मठता एवम सफलताओं का सम्मान करते हुए माननीय मुख्यमंत्री जी ने उत्तराखंड के पलायन को अवसर में बदलने का शुभ संकल्प इस ऐतिहासिक आयोजन की घोषणा कर प्रकट किया है ।
अभिनंदनम् 🙏🙏
राम प्रकाश पैन्यूली
सदस्य, पलायन निवारण आयोग उत्तराखंड ,
सम्माननीय रामप्रकाश पैनयूली जी (सदस्य पलायन निवारण आयोग उत्तराखंड) द्वारा प्रति वर्ष आयोजित उत्तराखंडी प्रवासी सम्मेलन किसी थीम पर आधारित हो का आग्रह और यदि उस पर लक्षित क्रियान्वयन होता है तो एक परिणामकारी कदम होगा। पैनयूली जी धरातल पर काम करने और स्थानीय परिस्थितियों को समझने वाले हैं। बड़े लक्ष्य को पूरा करने के लिए उसको जनमानस के मन मस्तिष्क में लाना आवश्यक है।. प्रति वर्ष की थीम कार्यक्रम को गतिशीलता प्रदान करेगी.
जवाब देंहटाएंदलीप सिंह प्रधानाचार्य सरस्वती विद्या मंदिर क्यूंकालेश्वर पौड़ी।