दिग्विजय सिंह के आगमन से पहले ही कांग्रेस में घमासान, पूर्व सांसद ने कहा उन्हें जानकारी नहीं है,
ओमप्रकाश कसेरा
जावद प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेता दिग्विजय सिंह के आज नीमच आगमन से पहले ही कल गुरुवार को जावद विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस नेताओं में एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप का दौरा शुरू हुआ, और यह जुबानी जंग एक दूसरे को गद्दार बताने तक पहुंच गई अब देखना यह है कांग्रेस हाई कमान द्वारा दो नेताओं के आरोप प्रत्यारोप पर क्या निर्णय लिया जाता है,
वीडियो वायरल होने से शुरू हुआ, नया विवाद
ग्राम झातला मैं पिछले महीने 19 जनवरी को रात्रि के समय आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान विधायक एवं पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा कांग्रेस नेता सत्यनारायण पाटीदार को मंच से अपना शुभचिंतक बता रहे थे, और यह वाक्य सकलेचा ने दो से तीन बार दौराए है, इसके बाद उक्त कार्यक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ, एवं कांग्रेस कार्यकर्ताओं के अतिरिक्त अन्य लोगों ने पाटीदार को भाजपा का शुभचिंतक बताया, और यहीं से एक नया विवाद शुरू हुआ, जबकि कांग्रेस पार्टी के स्थानीय नेताओं में गुटबाजी पहले से ही चल रही है, जिसके पीछे सत्ताधारी दल के नेताओं की महत्वपूर्ण भूमिका रही है, क्योंकि वह भी फूड डालो और राज करो की नीति अपनाते हुए यही चाहते हैं कांग्रेस में गुट बाजी जारी रहे जिसका फायदा उन्हें विधानसभा चुनाव के दौरान प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से मिलता रहे,
दिग्विजय सिंह के द्वारा भी गुटबाजी समाप्त करने का प्रयास किया गया, विधानसभा चुनाव से एक वर्ष पहले दिनांक 26 अप्रैल 2022 को स्थानीय रामपुरा दरवाजा बाहर स्थित खिमेसरा विहार परिसर में दिग्विजय सिंह का आगमन हुआ था उस समय उन्होंने कांग्रेस पार्टी के तत्कालीन कार्यवाहक जिला अध्यक्ष राजकुमार अहीर, एवं पूर्व जनपद अध्यक्ष कांग्रेस पार्टी के नेता सत्यनारायण पाटीदार के बीच आपसी सुलह करवा कर कांग्रेस पार्टी के लिए एक होकर कार्य करने के लिए कहा था परंतु किसी न किसी कारण से यह दोनों नेता एक मंच पर दिखाई नहीं दिए और आपसी गुट बाजी जारी रही जिसका परिणाम यह रहा 2023 के विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस पार्टी को 2364 वोट से हार का सामना करना पड़ा, यानी दिग्विजय सिंह के द्वारा गुटबाजी समाप्त करने का प्रयास सफल नहीं हुआ,
प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के द्वारा भी गुट बाजी समाप्त करने का संकेत दिया गया, पिछले महीने 17 जनवरी को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी का आगमन बस स्टैंड के पास स्थित रिद्धि सिद्धि गार्डन परिसर में हुआ था
उस समय कांग्रेस नेता समंदर पटेल के साथ सत्यनारायण पाटीदार, बालकिशन धाकड़ एक साथ मंच पर दिखाई दिए, इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने स्थानीय नेताओं को नसीहत देते हुए अपने उद्बोधन में कहा विपक्ष की भूमिका निभाने के लिए आपको सड़कों पर उतरना होगा, पार्टी में सभी को सम्मान मिलना चाहिए इसके लिए आपको जमीनी स्तर पर प्रत्येक गांव के वार्ड से लगाकर नगर निकाय तक 25, 25 युवाओं का संगठन तैयार करना होगा, जिससे पार्टी में सभी नए चेहरे को सम्मान मिलेगा, यहां से कोई पदाधिकारी भोपाल मिठाई लेकर पहुंचा और उसे पद मिल जाएगा यह नहीं चलेगा हमें संगठन स्तर पर बदलाव लाना होगा, जमीन पर लड़ाई लड़ने वाले कार्यकर्ताओं का दर्द में समझता हूं क्योंकि पिछले 20 वर्ष से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार नहीं होने के कारण कांग्रेस पार्टी के नेता और कार्यकर्ता आम जनता की लड़ाई लड़ रहे हैं, प्रदेश में फिर से कांग्रेस की सरकार बनाने के लिए हमें एक रहना होगा, यानी जीतू पटवारी के द्वारा गुटबाजी समाप्त करने का प्रयास भी फिलहाल सफल होता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है,
विधायक बनने की चाह में गुटबाजी कायम है,
प्रदेश में पिछले 20 वर्ष से भारतीय जनता पार्टी की सरकार होने के कारण कांग्रेस सत्ता से दूर है, पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बचपन में कांग्रेस पार्टी से निर्वाचित विधायक घनश्याम पाटीदार को देखा होगा, वे आज युवा हो चुके हैं, और उस समय जो युवा थे वह उम्र दराज हो चुके हैं, और 21 वर्ष का लंबा सफर बीत चुका है वर्ष 2028 तक कांग्रेस को सत्ता से दूर रहते हुए 25 वर्ष बीत जाएंगे, अगर इसी प्रकार कांग्रेस पार्टी के नेताओं में आपसी घमासान जारी रहा तो आगामी विधानसभा चुनाव के दौरान भी कांग्रेस को अपनों से ही भीतर घात का सामना करना पड़ सकता है, और सत्ता पक्ष के नेता भी यही चाहते हैं कि कांग्रेस में गुटबाजी कायम रहे, अब कांग्रेस नेताओं को निर्णय करना है कि वह पार्टी को किस दिशा में ले जाना चाहते हैं,
पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन से इस संबंध में सवाल किया गया, कि पिछले दिनों एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ जिसमें विधायक सकलेचा सत्यनारायण पाटीदार को अपना शुभचितक तक बता रहे हैं, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हुआ उसकी मुझे कोई जानकारी नहीं है सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले वीडियो एवं समाचार को मेरे द्वारा किसी प्रकार का महत्व नहीं दिया जाता है, उनसे पूछा गया की सत्यनारायण पाटीदार को आपके करीबी बताया जा रहा है, इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा हमारे लिए कांग्रेस पार्टी के सभी नेता एवं कार्यकर्ता एक समान है,
प्रदेश कांग्रेस कमेटी सचिव सत्यनारायण
पाटीदार ने कहा कैलाश गुप्ता मुझ पर गद्दार होने का आरोप लगा रहे हैं,
इसलिए मेरा कहना है वह स्वयं पार्टी के गद्दार के साथ हैं जिन्होंने वर्ष 2018 में पार्टी से गद्दारी कर सिंधिया के साथ भाजपा में चले गए थे, कांग्रेस पार्टी को धोखा देने वाले मुझे नैतिकता नहीं सिखाए, जिस वीडियो को लेकर मुझ पर आरोप लगाए जा रहे हैं, वह वीडियो किसी राजनीतिक कार्यक्रम से नहीं एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान वायरल हुआ, जो एडिट कर वायरल किया गया उसमें पूर्ण रूप से सत्यता नहीं है,
कांग्रेस पार्टी के पूर्व जिला महामंत्री कैलाश गुप्ता ने कहा सत्यनारायण पाटीदार ने विधायक सकलेचा के साथ मंच पर रहकर कांग्रेस पार्टी को धोखा दिया है, और वह कांग्रेस पार्टी के निष्ठावान होने का दिखावा करते हैं, ऐसे लोगों की वजह से कांग्रेस पार्टी को विधानसभा चुनाव के दौरान हार का सामना करना पड़ता है, कांग्रेस पार्टी को धोखा देने वाले नेताओं को कांग्रेस से बाहर का रास्ता दिखाया जाना चाहिए,
एक जिला महामंत्री
ने कहा, आदरणीय राजा साहब कांग्रेस पार्टी को धोखा देने वाले लोगों को चिन्हित कर उन्हें पार्टी की गतिविधियों से दूर रखा जाए, कांग्रेस पार्टी के समर्पित और निष्ठावान कार्यकर्ता अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं, इसलिए कांग्रेस पार्टी के हित में यही है कांग्रेस को धोखा देने वाले पार्टी से स्वयं बाहर हो जाए,
कांग्रेस नेता समंदर पटेल से भी इस विषय में चर्चा करने का प्रयास किया
उनका फोन कवरेज एरिया से बाहर होने के कारण उनसे चर्चा नहीं हुई,