गेहूं बेचने के लिए 20 दिनों में मात्र 3 किसानों ने करवाए पंजीयन
ओमप्रकाश कसेरा
जावद समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए 20 दिनों में मात्र 3 किसानों ने अपना पंजीयन करवाया क्योंकि तहसील के अलग-अलग क्षेत्र में गिरदावरी का कार्य पूरा नहीं होने के कारण किसानों द्वारा पंजीयन करवाने की रफ्तार धीमी है,
स्थानीय नीमच रोड जाने वाले मार्ग पर स्थित कृषि उपज मंडी परिसर के अंदर विपणन सहकारी संस्था पर गेहूं, चना, मसूर, सरसों, की खरीदी पिछले महीने 20 जनवरी से समर्थन मूल्य पर प्रारंभ हुई, जहां पर कल दिनांक 8 फरवरी तक मात्र 3 किसानों के पंजीयन यहां पर हुए, तहसील के विभिन्न क्षेत्रों में गिरदावरी का कार्य पूरा नहीं हुआ, जिससे केंद्र पर पंजीयन करवाते समय पोर्टल पर फसल व रकबा की स्पष्ट जानकारी प्राप्त नहीं हो रही है, परंतु अधिकारी जानकारी देने में इसलिए असमर्थ है क्योंकि अधिकारियों के पास इसका कोई समाधान नहीं है, क्योंकि जब तक गिरदावरी का कार्य पूरा नहीं होगा पंजीयन की रफ्तार धीमी रहेगी,
सरकार ने समर्थन मूल्य पर रबी की फसल खरीदी में पारदर्शिता लाने के लिए सोयाबीन की तरह ही पंजीयन से लेकर खरीदी कार्य के लिए ऑनलाइन व्यवस्था की है, इसके साथ ही फसल गिरदावरी को भी सीधे पोर्टल से जोड़ा गया है जिससे पंजीयन के दौरान खाता खसरा नंबर दर्ज करते ही जिस किसान के जितने रकबे में गेहूं, चना, सरसों, एवं मसूर की फसल खड़ी है उसकी खरीदी उसी के उत्पादन के हिसाब से की जा सकेगी, खरीदी केंद्र के पोर्टल फसल की गिरदावरी स्पष्ट रूप से दिखाई नहीं दे रही है, अर्थात कौन से गांव में किसने कितने रकबे में किस प्रकार की फसल बुवाई की है, यह सामने नहीं आने के चलते उपज विक्रय के लिए पंजीयन नहीं हो पा रहे हैं, इसलिए फसल गिरदावरी का कार्य पूरा नहीं होने के कारण खरीदी केंद्र के अधिकारी एवं कर्मचारी भी किसानों का इंतजार कर रहे हैं,
खरीदी केंद्र यहां पर है
समीप ग्राम खोर,अठाना
बावल, सरवानिया महाराज, मोरवन, लासुर
डिकेन, एवं जावद सहित 8 खरीदी केंद्र पर गेहूं बेचने हेतु किसानों के लिए पंजीयन निशुल्क किए जा रहे हैं, जबकि किसानों द्वारा निजी संस्थाओं के माध्यम से ऑनलाइन पंजीयन करवाया जाता है तो 50 रुपए शुल्क वहन करना होगा, किसान से उपज खरीदने के बाद उसकी बकाया राशि सीधे उसके अधिकृत बैंक खाते में ट्रांसफर की जा सके इसके लिए इस बार पंजीयन के दौरान खाता खसरा के साथ किसान के आधार नंबर भी प्राप्त किया जा रहे हैं, एवं किसान का पंजीयन उस स्थिति में होगा जब उसका भू अभिलेख के खाते एवं खसरे में दर्ज नाम का मिलान आधार कार्ड से होगा, इस प्रक्रिया में अंतर होने पर संबंधित तहसील कार्यालय से सत्यापन करवाया जाएगा, एवं समस्त दस्तावेज सही पाए जाने पर ही पंजीयन मान्य होगा, इसके साथ ही दूसरी और आधार में दर्ज किसान के मोबाइल नंबर भी अपडेट होना चाहिए,
केंद्र सरकार द्वारा रबी की फसल के लिए गेहूं
सहित सभी का समर्थन मूल्य 2550 रुपए तय किया गया है, समर्थन मूल्य 2425 एवं 125 रुपए बोनस राज्य सरकार द्वारा किसानों को दिया किया जा रहा है, पिछले वर्ष समर्थन मूल्य 2425 रुपए के साथ 150 रुपए बोनस दिया जा रहा था,
वही इस वर्ष चना का समर्थन मूल्य 5640, मसूर 67 50, सरसों 5950, तय किए गए हैं,
पिछले वर्ष मसूर 6000
सरसों 5450, चना 5350, रुपए तय किए गए थे, मसूर, चना, एवं सरसों खरीदी की तारीख फिलहाल तय नहीं की गई है, 2023 विधानसभा चुनाव से पहले 11 नवंबर को भारतीय जनता पार्टी ने अपना घोषणा पत्र जारी किया था जिसमें एमएसपी बोनस के साथ गेहूं खरीदी 2700 रुपए प्रति क्विंटल एवं 3100 रुपए प्रति क्विंटल धान खरीदी की घोषणा की गई थी, परंतु चुनावी वादा एक वर्ष भी जाने के बाद भी पूरा नहीं हुआ,